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क्या चुनाव आयोग अरविन्द केजरीवाल के इस EVM चैलेंज को एक्सेप्ट करने का जिगरा रखता है ?

मध्य प्रदेश में बीते दिनों सामने आने वाले ईवीएम के विडियो में ये साफ़ दिख रहा है कि, निर्वाचन आयोग की प्रमुख सेलिना किस तरह EVM की गलती सामने आने के बाद भी खुद की गलती कबूल करने के वजाय वहां खड़े पत्रकारों को धमकी दे रही हैं कि, इस बात को कोई न्यूज़ मीडिया में मत चलाना वरना सोच लेना |

हालांकि पहले भी EVM को लेके सवाल उठते रहे हैं| ज्ञात हो कि यूपी चुनाव के तुरंत बाद मायावती ने इस मुद्दे को उठाया था|

उसके बाद अरविन्द केजरीवाल ने भी बताया था कि , किस तरह जिस बूथ पर आम आदमी पार्टी के ७ कार्यकर्ता हैं वहां सिर्फ आप को ३ वोट पड़े हैं ?

अब मध्य प्रदेश से आने वाले इस विडियो ने सभी को पूरा मौक़ा दिया है चुनाव आयोग पर बोलने का|

ज्ञात हो कि जब शुरुआत में ये मुद्दा उठाया गया था तो चुनाव आयोग ने इस मुद्दे पर बात करने से ही इनकार कर दिया था | किन्तु अब चुनाव आयोग ने भी माना कि, जिन मशीनों का उपयोग यूपी चुनाव में किया गया उसी मशीन को मध्य प्रदेश में रखा गया यानी कि डाटा पहले से हैं जो उस चिप में पड़े हुए हैं और सेटिंग भी |

इसी के आधार पर चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश की मशीन को भी बदल दिया है | जी हाँ कही न कही ये सारी बातें इस और जरूर इशारा करती हैं कि EVM में वास्तव में छेड़खानी हो सकती है |

और इसी बाबत दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए बोला कि , “चुनाव आयोग सिर्फ हमको ७२ घंटे के लिए EVM मशीन दे दे , हम साबित कर देंगे कि EVM में छेड़छाड़ हो सकता है, और इस बाबत उन्होंने सॉफ्टवेर डेवेलपर्स की विशेष टीम को चिट्ठी भी लिख चुके हैं | “

उन्होंने मांग किया है कि दिल्ली एमसीडी चुनाव सिर्फ और सिर्फ बैलेट पेपर से हो और यही निष्पक्ष चुनाव का एकमात्र तरीका है|

आगे देखिये उन्होंने क्या बोला