फेक्कन पांडेय सबेरे सीटी बजा बजा कर घर घर से शाखा लगाने के लिए लोगों को बुलाने के काम में माहिर प्राइमरी स्कूल के अध्यापक रहे हैं ,,एक दिन देखा कि कुछ बड़बड़ाये चले जा रहे थे ,,
“इ साला जहाँ देखा तहां मोदी मोदी रट लगवले हवे कुल क कुल ,,कवन मंतर सुंघा देहले हव भाज्पैयन के भी समझ में नहीं आवत हौ ,,,,कुछ त इम्मन ऐसन हवे की गइयो हां भैसियो हां ,,,अरे एक कल्याण के ब्रम्हचारी जी हटवालन यूपी से जनम जनम बदे हाथ धोलेहलन ,,,,अब गुजरतओ जाई ….
ढेर ढेर जाने कई कई बार मुख्यमंत्री रहलन ,,लेकिन परधानमंत्री नहीं उ बने चाहलन नहीं उनकर पार्टी “
पीछे से रामनाम गुरु चिल्लाये,
“हर हर मोदी’ कहो का भायल पाड़े ?,,अज केहू न मिलल का सीटी बजावे वाला ?”
फेक्कन पाड़े चिल्लाये ,
“सुना रामनाम, तू हवा लंठ ,,तोहरे समझ में न आयी ,,,सीटी केतनो पिर्पिराई रही हाथवे में न ,,,त बड़ा के ?”
रामनाम गुरु भी तिलमिला गए बोले, ‘देखा भारत से लेके इजराइल तक सब मोदीमय हो गइल बा , का समझला ?’ तोहूँ गुरु यह रंग में रंगी जा बुझाइल कि नाहीं?’
फेक्कन गुरु चिल्ला उठे, ‘इ सरवा जब तक तू लोगन के समझ आयी कि देश का असली बिकास कहल केके जाला तब तक बहुत कुछ गवा चुकला होबा जा तू लोगन’
एक जो इ ट्रम्पवा गले से का लगा लिहलेस मोदी के इ भारत का सबसे बड़ा शान हो गइल ? उभी सब जानते हउवा कि ट्रम्पवा केथा बड़े इ मोदी के गले से लगौलेस , काहे से कि ट्रम्प के हिन्दू लोगन का वोट मिलल बाटे
रामनाम झल्ला उठे ,
‘गुरु देखा अब त तु न बिलकुल देशद्रोही वाली बात करत हउवा, न कुच्छो बुझ के न जाने के, अरे बाभन तू ता बस पंडिताई करा इ सब देश जगत का बात तोहरे बस का नाहीं बा’ |
,,,,,,फेक्कन गुरु में अचानक आये इस परिवर्तन पर विचार जारी है ,,,,