अब चाहे #ProtestAgainstTwitter का हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड हो चाहे कोई इतना चिढ़े | ट्विटर का बुखार सबपर चढ़ कर बोल रहा है, खासकर हमारे राजनेताओं पर | और हो भी क्यों ना, लोकसभा चुनाव जो सभी के सर चढ़ कर बोल रहा है |
आये दिन एक दूसरे पर छीटाकसी करते हुए ये राजनेता चुनावी बिगुल ट्विटर पर बजा ही चुके हैं |
राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी को बड़े उद्योगपतियों का विकास करने वाला बताया साथ ही रोहित वेमुला का भी जिक्र करने से नहीं छूटे |
इस बार राहुल गाँधी का ट्वीट विभिन्न यूनिवर्सिटी में १३ पॉइंट रोस्टर सिस्टम के खिलाफ भी था | दरअसल कुछ लोगों का मानना है कि, १३ पॉइंट रोस्टर को जानबूझ कर चुनाव के पहले लागू करने की वजह से sc / St के आरक्षण सिस्टम पर ख़ासा प्रभाव पड़ेगा |
इसमें किसका भला और किसका बुरा, इस पर सभी अपनी अपनी राय दे रहे हैं | किन्तु ये भला कैसे पॉसिबल है कि ऐसे मुद्दों पर राजनीती ना हो | जहाँ एक ओर बीजेपी समर्थक और राजनेता इसकी तारीफ़ कर रहे हैं वही १३ पॉइंट रोस्टर एक बहाने के रूप में विपक्षियों के ट्विटर हैंडल पर ट्रेंड कर रहा है |
बता दें कि, हाल ही में छपे हुए बिज़नेस स्टैण्डर्ड के आर्टिकल के मुताबिक़ नेशनल सर्वे में भारत में रोजगार कि स्थिति को अत्यंत दयनीय दशा में दिखाया गया है | जिस पर मोदी विरोधियों को बोलने का मौक़ा मिल गया है |
इस बार भी यही हुआ,
पहले मोदीजी ने सीटें घटाकर वंचित तबकों से शिक्षा के अवसर छीने।छात्रवृत्तियां खत्म की।रोहित वेमुला जैसे युवाओं पर हमला किया।
अब 13 Point रोस्टर के जरिए विश्वविद्यालयों में उनके नौकरी के अवसर भी खत्म।
इनका मंत्र है:
वंचितों का मुख्यधारा से निकास,
उद्योगपति मित्रों का विकास! pic.twitter.com/RqcakXpXC5— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 3, 2019