हाथरस में एक बच्ची के साथ हुए बलात्कार के बाद पूरे देश में उबाल है। कांग्रेस नेताओं ने नोएडा एक्सप्रेस वे पर प्रदर्सन भी किया यहां तक की राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को हिरासत तक में लिया गया। लेकिन इसके बावजूद उत्तर प्रदेश में रेप होने रुके नहीं। 14 सितंबर को इस लड़की के साथ दुष्कर्म होता है और 30 सितंबर को मौत हो जाती है, जैसे ही मौत की खबर सामने आती है मीडिया भी अपना फर्ज निभाने में लग जाती है।
बहुत वक्त के बाद मीडिया को सरकार पर क्रोधित होते, सत्ता पक्ष से सवाल करते देखा गया है। लड़की की मौत के अगले ही दिन राहुल गांधी और प्रियंका गांधी तमाम कांग्रेसी नेताओं के साथ हाथरस की तरफ चल देते हैं। इरादा था लड़की के परिवार वालों से मिलना, लेकिन सूबे की योगी सरकार को ये हजम नहीं हुआ और एक्सप्रेस वे पर पहले काफिला रोका गया फिर दोनों नेताओं को हिरासत में लिया गया। जिस दौरान ये आक्रोश अपने चरम पर था तब उत्तर प्रदेश में कई और रेप के मामले सामने आ गए थे।
हाथरस के बाद बलरामपुर में एक लड़की के साथ दुष्कर्म होता है और इसके बाद भदोही में एक 14 साल की बच्ची की हत्या हो जाती है। ये बच्ची भी दलित समाज से संबंध रखती थी। पुलिस ने बताया है कि बच्ची के सिर पर ईंटों से वार किए गए हैं। रिपोर्ट का कहना है कि पुलिस जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि बच्ची शौच के लिए खेतों में गई थी और वो वहां से लौटी ही नहीं। परिजनों ने बच्ची के रेप की आशंका भी जताई है। हालांकि पुलिस का कहना है कि रेप का एंगल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा।
बुलंदशहर के काकोर इलाके में 14 साल की लड़की के साथ रेप की घटना सामने आई है। लड़की के पड़ोसी पर रेप का आरोप है और पुलिस के मुताबिक इस घटना को बुधवार की रात को अंजाम दिया गया है। रेप पीड़िता ने कहा है कि बुधवार रात वो परिवार के लोगों के साथ घर के आंगन में सो रही थी, जब घर की दीवार लांघकर रिजवान नाम का शख्स घर में आ घुसा और मुंह पर रुमाल सुंघाकर उसे घर से उठा ले गया।
हाथरस, बलरामपुर, बुलंदशहर के बाद आजमगढ़ में भी एक 8 साल की बच्ची के साथ रेप की घटना ने सभी को झकझोर दिया है। बच्ची की मां ने पड़ोस में रहने वाले एक लड़के पर रेप का आरोप लगाया है और मां ने बताया कि आरोपी बच्ची को नहाने के बहाने अपने घर लेकर गया था। जब बच्ची घर लौटी तो उसके कपड़े खून से पूरे लथपथ थे।
वहीं अगर NCRB के आंकड़ों को माने तो साल 2019 में 4 लाख 5 हजार 861 अपराध महिलाओं के खिलाफ हुए हैं। NCRB के मुताबिक भारत में 2019 में रोज 87 रेप के मामले दर्ज किए गए हैं। जो कि 2018 के मुकाबले 7.3 फीसदी ज्यादा है। इतना ही नहीं सिर्फ उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ 59,853 अपराध दर्ज किए गए हैं। जो कि पूरे भारत में सबसे ज्यादा है। योगी का राम राज्य लड़कियों के लिए सबसे ज्यादा असुरक्षित है। 2018 की तुलना में 2019 में बच्चियों के खिलाफ अपराध भी 4.3 फीसदी बढ़ा है।