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5 ऐसे मौके जब प्रज्ञा ठाकुर की वजह से बीजेपी को शर्मसार होना पड़ा

हमारे देश में पिछले 6 सालों से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के पद पर विराजमान, इन बीते 6 सालों में कई बार ऐसा लगा है कि हमारे देश को नेता नहीं बल्कि कोई हास्य कलाकार चला रहे हैं। कई मौकों पर तो पीएम मोदी ने भी ऐसी बातें कर दी हैं, जिससे पूरा देश या तो हंसा है या फिर फजीहत में आया है। लेकिन इस बार के चुनाव में एक सांसद चुन कर आती है, मध्य प्रदेश के भोपाल से – जिनका नाम है साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर। ये कोई ऐसी वैसी सांसद नहीं है, इनके ऊपर तो आतंकवाद के मामले दर्ज है।

भारतीय जनता पार्टी की भोपाल से सासंद प्रज्ञा सिंह ठाकुर लगातार देशवासियों का खून बढ़ाती है क्योंकि ऐसी बातें कह देती है जिससे सबको हंसी आ जाए, तो वहीं भोपाल वालों का खून खोल जाता होगा ये देख कर कि उन्होंने किसे अपना प्रतिनिधि बना कर संसद में भेज दिया है। तो प्रज्ञा सिंह ने एक बार फिर से विवादित बयान दे दिया है जिसकी वजह से वो तो सुर्खियों में आई है, लेकिन बीजेपी के प्रवक्ता (इनमें कुछ एंकर भी शामिल है) पार्टी की इज्जत बचाने के लिए टीवी पर जमावड़ा लगा कर बैठ गए हैं।

तो भोपाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने इस बार जो कहा है वो थोड़ा अलग है, अबकी बार उन्होंने कहा है कि बीजेपी नेताओं को नुकसान पहुंचाने के लिए विपक्ष मारक शक्तियों का इस्तेमाल कर रहा है। प्रज्ञा सिंह ने प्रदेश बीजेपी कार्यालय में पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक शोक सभा को संबोधित किया और उस दौरान ये बात कही। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है कि जब प्रज्ञा के बयान से बीजेपी की मुश्किलें बढ़ गई हो और संबित पात्रा ने मोर्चा संभाला हो। इस आर्टिकल में हम आपको 5 ऐसे मौके बताएंगे जब प्रज्ञा के बयानों की वजह से भारतीय जनता पार्टी की बेइज्जती हुई है।

विपक्ष मारक शक्तियों का इस्तेमाल कर रहा है

अरुण जेटली और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की श्रद्धांजलि सभा में प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि ये एक बड़ा कठिन समय चल रहा है। मैं जब चुनाव लड़ी, उस समय एक महाराज जी आये, उन्होंने मुझसे कहा कि आप अपनी साधना को कम मत करना, साधना का समय बढ़ाते रहना, क्योंकि बहुत बुरा समय है और जो विपक्ष है वो कोई ऐसा कार्य कर रहा है, ऐसी ”मारक शक्ति का प्रयोग कर रहा है जो भारतीय जनता पार्टी पर कर रहा है और वो भारतीय जनता पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए है। निश्चित रुप से भारतीय जनता पार्टी के कर्मठ, योग्य और ऐसे लोग जो भारतीय जनता पार्टी को संभालते हैं, उन पर असर करेगा, उनको हानि पहुंचा सकता है। आप टारगेट हैं इसलिये ध्यान रखियेगा और ये होने वाला है। उन महाराज जी की बात को भीड़ में चलते चलते मैंने सुना और भूल गई लेकिन आज जब मैं देखती हूं कि वास्तव में हमारे शीर्ष नेतृत्व, कभी सुषमा स्वराज जी, बाबूलाल जी, जेटली जी जो हमारे नेता पीड़ा सहते सहते जाते हैं, मन मैं एक बार आया कहीं ये सच तो नहीं। ये आज भी प्रश्नवाचक है, परन्तु सच ये है कि हमारे बीच से हमारा नेतृत्व निरंतर जा रहा है, असमय जा रहा है।

नाला या टॉयलेट साफ करने के लिए नहीं चुनी गई हूं

मध्य प्रदेश में बीजेपी नेताओं के एक समूह को प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि वो नाला या टॉयलेट साफ करने के लिए सांसद नहीं चुनी गई हैं। उन्होंने कहा था कि मैं जिस लिए चुनी गई हूं वो ईमानदारी से कर रही हूं। प्रज्ञा ठाकुर का ये बयान ऐसे वक्त में आया था, जब पीएम मोदी स्वच्छ भारत का आह्वान कर चुके हैं।

शहीद हेमंत करकरे को श्राप

प्रज्ञा ठाकुर ने चुनाव से पहले एक बयान दिया था, जो कि काफी ज्यादा विवादों में आ गया था, उन्होंने 26/11 आतंकी हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे पर बयान दिया था। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि शहीद हेमंत करकरे उनके श्राप की वजह से मारे गए थे। करकरे उस टीम का हिस्सा थे, जिसने प्रज्ञा से मालेगांव ब्लास्ट केस में पूछताछ की थी। प्रज्ञा ने कहा कि हेमंत को श्राप दिया था जिस वजह से वो शहीद हुए।

शपथ लेने में फंसी

प्रज्ञा ठाकुर उस वक्त भी विवाद में फंस गई थी, जब वो लोकसभा के पहले दिन अपने आध्यात्मिक गुरु का नाम लेने की वजह से फंस गई थीं। जिसकी वजह से विपक्ष ने विरोध किया था।

नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहा

प्रज्ञा का महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को दशभक्त बताने वाला बयान भी काफी विवादों में रहा था। प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताकर राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया था। हालांकि, इस बयान पर उन्हें कारण बताओ नोटिस मिला था और बाद में माफी भी मांगनी पड़ी थी।