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सियाचिन ग्लेशियर को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है। एक ओर भारत की सेना तो दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना यहां हमेशा आंख गड़ाए बैठी हुई नजर आ जाती है।

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“बालाकोट एयर-स्ट्राइक”-लातों के भूत बातों से नहीं मानते

Politics Tadka Nikita Tomar 26 February 2019
Pulwama attack air strike revenge pakistan

बालाकोट एयर-स्ट्राइक के बाद आज देश में जश्न का माहौल…भारत ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में घुस कर जैश-ए-मोहम्मद के कई ठिकाने को ध्वस्त कर दिया…21 मिनिट तक चलने वाली एयर कार्रवाई अपने आपमें एक बहुत बड़ी बात है…एयर की 2,3 मिनिट की कार्रवाई ही बहुत बड़ी होती है…फिर तो ये 21 मिनिट की कार्रवाई की गई…वाकई ये बहुत बड़ी कार्रवाई जो भारतीय एयर फोर्स के द्वारा की गई…इससे पाकिस्तान को भारत की ताकत का अंदाजा लगा लेना चाहिए…

“मिराज विमान बना आतंकियों के लिए यमराज”

दरअसल करीब 1000 किलोग्राम के बम बरसाए गए…ये बम मिराज 2000 इंडियन फाइटर जेट के जरिए किया गया…मंगलवार को सुबह साढ़े तीन बजे से की गई इस ब्रह्म महुर्त कार्रवाई में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कई ठिकानों को ध्वस्त किया गया…ये हिंदुस्तान के लिए बहुत ही गर्व का माहौल…जश्न का माहौल…लेकिन वाकई ये तो ट्रेलर है…पिक्चर अभी बाकी है…पाकिस्तान

ये शुरूआत है या अंत अब ये पाकिस्तान को तय करना होगा…क्योंकि भारत हर बार तैयार है ऐसी जवाबी कार्रवाई करने के लिए…चकोटी और बालाकोट में की गई इस स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान थर-थर कांप उठा और उसने इमरजेंसी बैठक बुला ली…लेकिन अब चाहे आप कोई भी बैठक बुलाए लेकिन ये तो तय है कि भारत से पंगा लोगे तो मूंह की खानी पड़ेगी…लेकिन इससे एक बात और भारत ने साफ करदी है कि अब वक्त नहीं लगेगा, और भारत की ओर से ऐसी कार्रवाई तत्काल की जाएगी…ये कार्रवाई भी 12 दिन के अंदर की गई…

जानिए मिराज-2000 विमानों की खासियत

मिराज-2000 विमान फ्रांस की कंपनी डसाल्ट एविएशन द्वारा बनाया गया है…और ये वही कंपनी है जिसने राफेल को बनाया है…इसकी पहली उड़ान 1970 में की गई थी…इस फाइटर प्लेन का उपयोग अभी लगभग 9 देश कर रहे हैं…मिराज-2000 चौथी जेनरेशन का मल्टीरोल सिंगल इंजर लड़ाकू विमान है…मिराज-2000 में उन्नत एवियोनिक्स, आरडीवाई रडार और नए सेंसर और कंट्रोल सिस्टम का उपयोग किया जाता है…और ये नए कई निशानों को एक साथ साध सकता है…ये विमान हवा से जमीन और हवा से हवा में भी मात करने में माहिर है…मिराज-2000 में हथियारों को ले जाने के लिए 9 हाईपॉइंट दिए जाते हैं…ये कई प्रकार के हथियार ले जाने में सक्षम है…

बता दें कि पाकिस्तान के F-16 को रोकने के लिए भारत ने मिराज को खरीदा था…जिसके बाद भारत ने 1985 को नंबर 7 स्क्वाड्रन के पहले सात विमानों की डिलेवरी के साथ भारतीय वायु सेना इस प्रकार का पहला विदेशी सेना बनी…जिसके पास मिराज-2000 विमान थे…इसे 1986 में ही औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था…

तो निश्चित तौर पर चौथी पीढ़ी के इस मिराज-2000 विमान ने दुश्मन को तहस-नहस कर देंने का काम किया…ये साबित कर दिया भारतीय सेना और भारतीय सरकार ने, की लातों के भूत बातों से नहीं मानेंगे…ये भारत की और से आतंक के खिलाफ एक बहुत बड़ी कार्रवाई…उम्मीद करते हैं कि अब सुरक्षा विमानों की खरीद पर कोई किसी प्रकार का सवाल न उठाए…क्योंकि चाहे जितना पैसा जाए वो देश की सुरक्षा से बढ़कर नहीं…और ये इस बार के मिराज विमान ने कर दिखाया 40 के बदले 300 मारना ये पाकिस्तान के लिए एक करारा जवाब है…पाकिस्तान ये न भूले की अगर खून बहाओगे तो बचोगे तो तुम भी नहीं…

जिस तरह से भारतीय सरकार ने पाकिस्तान को आर्थिक संकट में फंसाए रखा और फिर ये एक बड़ी चोट दी ये वाकई काबिले तारीफ है…इससे देश का जवान हो या कोई भी आम भारतीय नागरिक दोनों की खुशी का कद एकसा देख सकते हैं आप…

Nikita Tomar

Nikita Tomar

Journalist | Content Writer