खुद को दलितों और आमजनता का मसीहा बताने वाले कन्हैया कुमार के समर्थको ने उसी जनता के ऊपर दादागिरी दिखाई जिससे वोट मांगने गली-गली जा रहे हैं| कन्हैया कुमार के समर्थको ने ना केवल ग्रामीणों को घसीटा बल्कि उन्हें घर में घुसकर मारा भी| ये वही कन्हैया कुमार हैं जो कहते हैं कि देश का लोकतंत्र खतरे में है| मामला है बेगुसराय लोकसभा क्षेत्र के गोरय गाँव का जहाँ कन्हैया कुमार अपने काफिले के साथ प्रचार करने गए थे|
दरअसल रविवार के दिन कन्हैया कुमार लोकसभा क्षेत्र के गोरय में जनसंपर्क करने गए थे| गाँव में पहुचते ही गांव के ही कुछ लोगो ने कन्हैया कुमार को काले झंडे दिखाने शुरू कर दिए| इसके साथ लोगो ने देशद्रोही मुर्दाबाद के नारे भी लगाये| बस इतना देखना था कि कन्हैया कुमार के समर्थक भिड़ गए और उन लोगो को मारने लगे| अपने जान बचाने के लिए लोग जब अपने घरो में घुसे तो उन्हें घर से निकालकर भी पीटा| मामला इतना ज्यादा बढ़ गया की बीच बचाव में पुलिस को बुलाना पड़ा| पुलिस वहां पहुची और दोनों पक्षों को शांत करवाया|
हर एक छोटे बड़े टीवी चैनल पर कन्हैया आये दिन कहते नजर आते थे कि लोकतंत्र खतरे में हैं| हमे और आपको मोदी की ये साजिश समझनी चहिये| अब जिस लोकतंत्र की दुहाई कन्हैया कुमार दे रहे हैं उसमे किसी को पीटना नही आता| जब ग्रामीण कन्हैया कुमार को काले झंडे दिखा रहे थे तो ये सामान्य बात है| लोकतंत्र में अपनी बात रखने और विरोध जताने का पूरा हक़ है| इसके बाद जब बात देशद्रोही कहने तक पहुच गई तो कन्हैया कुमार को पुलिस के पास जाना था| लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया| समर्थको गुंडों को तरह आमजन को पीटने लगे और ये बताने में लग गए कि हम भी अब नेता बनने वाले है और आमजनता नही रहे|
जाहिर है कि कन्हैया की राह आसान नहीं है| उनके सामने बीजेपी से गिरिराज सिंह हैं तो वही आरजेडी के तनवीर हसन भी जमकर क्षेत्र में अपना प्रभाव रखते हैं| ऐसे में कन्हैया के समर्थको के द्वारा कि गई इस गलती से नुकसान उन्ही को होना है|