हाल ही में लोकसभा चुनाव खत्म हुए, इस चुनाव में 2 चीजें सबसे ज्यादा दिखी राम और राष्ट्र। बेशक दोनों ही हमारे देश में एक अलग भूमिका निभाते हैं, लेकिन शिक्षा, रोजगार, गरीबी, पानी, बिजली, सड़कें, महिला सुरक्षा, भ्रष्टाचार, पेट्रोल-डीजल, महंगाई, ये सब तो गायब ही रहे हैं। वहीं पूरे लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा क्योंकि यहां पर हुई हिंसा की वजह से राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हुआ और अभी तक जारी है। अब तो आलम यहां तक आ गया है कि दोनों ही दल राज्य के विभिन्न जिलों में कथित रूप से एक-दूसरे के कार्यालयों पर ‘कब्जा’ करने की होड़ में लगे हैं। यही नहीं कार्यालयों पर कब्जे की इस जंग में राज्य की सीएम ममता बनर्जी भी शामिल हो गई हैं। लगता है ये दोनों दल अभी तक चुनावी मूड से बाहर नहीं निकल पाए हैं।
ममता बनर्जी राज्य के उत्तरी 24 परगना जिले के दौरे पर गईं और नैहाटी इलाके में एक ऑफिस पर कब्जा कर लिया। इस ऑफिस पर बीजेपी का सिंबल बना हुआ था और पार्टी का नाम पेंट किया हुआ था। टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने ब्रश की मदद से इमारत की भगवा दीवार पर काले रंग से ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के सिंबल फूल और पत्ती को बना दिया। और बड़े-बड़े शब्दों में AITC लिख दिया।
ममता बनर्जी ने जिस बिल्डिंग पर अपनी पार्टी का सिंबल बनाया उसे कथित रूप से नवनिर्वाचित बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह के समर्थकों ने कब्जा कर लिया था। अर्जुन सिंह ने टीएमसी के कद्दावर नेता दिनेश त्रिवेदी को बैरकपुर लोकसभा सीट से हरा दिया था। इसी यात्रा के दौरान जब ममता बनर्जी का काफिला गुजर रहा था तो लोगों ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए थे। और ये कोई आम बात नहीं हैं, ट्विटर से लेकर सड़कों तक पर लोग ममता बनर्जी को देखते ही जय श्री राम के नजारे लगा रहे हैं। इन सब वाक्यों से ममता बनर्जी काफी खफा हो गई थीं और उन्होंने नारे लगाने वालों को ‘बाहरी और बीजेपी कार्यकर्ता’ बताया था। ममता ने कहा कि वो अपराधी हैं और मुझे गाली दे रहे हैं। वो बंगाल से नहीं हैं। जिसके बाद बीजेपी ने ऐलान किया कि वो ममता बनर्जी को 10 लाख जय श्री राम वाले पोस्टकार्ड भेजेगी। पश्चिम बंगाल से बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री के आवास पर 10 लाख पोस्टकार्ड भेजने का निर्णय किया है, जिन पर जय श्रीराम लिखा होगा।
लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद कथित रूप से बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने ब्लॉक और गांव स्तर पर टीएमसी के दफ्तरों को भगवा रंग से रंगा और चुनाव परिणाम में बीजेपी ने राज्य की 42 में से 18 सीटों पर कब्जा कर लिया है जबकि टीएमसी साल 2014 के चुनाव के मुकाबले 34 सीट से घटकर 22 पर पहुंच गई है। कई खबरें तो ये भी सामने आई कि टीएमसी कार्यकर्ताओं की कई संपत्तियों के मालिकों के दल बदलने के कारण उसे बीजेपी के यूनिट के रूप में बदला जा रहा है। ये टीएमसी कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
इससे पहले 28 मई को मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांग्शू समेत टीएमसी के 2 विधायक और 63 नगर पार्षद दिल्ली में बीजेपी में शामिल हो गए थे। इसके अलावा सीपीआईएम विधायक हेमताबाद देवेंद्र रॉय भी बीजेपी में शामिल हुए हैं। इस बीच ममता बनर्जी ने ब्लॉग लिखकर बीजेपी पर हमला बोला और आरोप लगाया कि भगवा पार्टी के कुछ कार्यकर्ता मीडिया के एक धड़े का इस्तेमाल करके घृणा का माहौल बना रहे हैं।
बीजेपी के समर्थकों का इतने से मन नहीं भरा और उन्होंने ममता बनर्जी के हर पोस्ट पर जय श्री राम के कमेंट की बाढ़ लगा दी। चाहे वो पोस्ट किसी को श्रद्धांजली अर्पित करते हुए हो या फिर किसी और चीज से जुड़ा हो। लेकिन जय श्री राम के कमेंट आपको जरूर मिलेंगे। वहीं इस पर ममता ने भी सफाई दी है कि उन्हें जय श्री राम से कोई आपत्ति नहीं है लेकिन बीजेपी के लोग इसका राजनीतिक इस्तेमाल कर रहे हैं। वैसे अगर देखा जाएं तो ममता बनर्जी की इस बात में दम भी है, क्योंकि अक्सर बीजेपी के नेताओं को राम की याद चुनाव के वक्त में ही आती है। अभी बीजेपी राम का नाम लेकर बंगाल में घुसने की कोशिश में हैं, ताकि सत्ता की एक कमजोर कड़ी हल हो सके।