नई दिल्ली: सुबह-सुबह की बात है हमारे पड़ोसी के घर के बाहर दो तीन सरकारी गाड़ियाँ खड़ी थी. हमने सोचा कोई आया होगा. लेकिन बाद में पता चला कि इनकम टैक्स की रेड पड़ी है. काहे कि कल ही वो 2 किलो प्याज एक साथ खरीदकर लाए हैं. बताइए ये तो हाल हो रहे हैं प्याज के. हालाँकि आपको प्याज के दामों का असली रहस्य जानना है तो आप दो प्रमुख चैनलों NDTV और ZEE NEWS को देखिये. इन्होनें अपनी-अपनी छवि के अनुसार भारत में प्याज़ की कीमतों (Onion rate in India) को लेकर माहौल बना दिया है.
भाईसाब माहौल बना हुआ है न्यूज़ रूम में प्याज को लेकर. चैनल के सबसे बड़े एंकर Sudhir Chaudhary ने अपने show DNA में तो प्याज का पूरा डीएनए खोलकर रख दिया है. लेकिन वो बढ़ते दामों को सही बता रहे हैं. उनका कहना है कि प्याज के दाम देशहित में बढ़े हैं. देश में आर्थिक मंदी है और सरकार को घाटा हो रहा है. इसके लिए पैसा इकठ्ठा करने के लिए आप महंगी प्याज नहीं खरीद सकते. वहां सेना के जवान शहीद हो रहे हैं. वो बिना प्याज के खाना खा रहे हैं और आपको यहाँ प्याज की पड़ी है.
अगर आप देशहित में दो सौ रुपये किलो प्याज नहीं खरीद सकते तो पाकिस्तान क्यों नहीं चले जाते. और तो और चैनल ने कहा कि इसके पीछे कांग्रेस की चाल है. इसे उन्होंने समझाया भी है कैसे. दरअसल मोदी जी कि नीतियों के चलते कांग्रेसियों के मन में बहुत दुःख है.
लेकिन इस दुःख में उन्हें आंसू नहीं आ रहे हैं. इसीलिए वो सारा दिन बाज़ार से प्याज खरीदकर उसे छीलते हैं जिससे उनकी आँखों में आंसू आ जाएँ. इस वजह से प्याज की कमी बाज़ार में हो गई और महंगी होने लगी.
इसका जवाब कांग्रेस को देना चहिये कि आखिर उसने ऐसी हरकत क्यों कि जिससे प्याज के दाम बढ़ने लग गए हैं. हालाँकि उड़ती-उड़ती खबर ये भी आई है की चैनल की कैंटीन में आजकल प्याज नही दी जा रही है इस वजह से तीन सहकर्मियों ने नौकरी छोड़कर जाने कि धमकी भी दी है लेकिन उन्हें किसी तरह से समझाया गया कि देश खतरे में हैं. और वो खतरा प्याज ना खाकर या उसे खरीदकर ही दूर होगा. तब माने जाकर बताइए.
अब हम NDTV की बात करेंगे तो आप पहले ही कह देंगे की कांग्रेस ने पैसे दिए हैं इसे लिखने के लिए. लेकिन ना भाईसाब यहाँ बात बस प्याज की होगी. इस चैनल के एंकर Ravish Kumar प्याज के साथ-साथ सरकार की परत दर परत खोलने में लगे हुए हैं. उनका कहना है की “प्याज की वजह से डर का माहौल है”. एक गरीब दलित प्याज नहीं खरीद पा रहा है. क्या यही है सरकार की नीतियां. क्या प्याज ने अपनी जाति बदल ली है क्या वो उच्च वर्ग की हो गई है की वो गरीबों और दलितों के पास जाना नहीं चाहती. ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या मोदी जी प्याज नहीं खाते और इसीलिए के लिए उन्होंने कहा था कि ना खाऊंगा ना खाने दूंगा.
Ravish Kumar ने कहा कि दिन रात कई सारे सन्देश प्राप्त हो रहे हैं जिसमे कहा जा रहा है की प्याज की कीमतों पर कुछ बोलिए. लेकिन मैं नहीं बोलना चाहता क्योकि मैं खुद नहीं खरीद पा रहा हूँ. तो जो चीज आप ला नहीं सकते उसके बारे में बात क्या करनी. वैसे भी आए दिन सरकार एजेंसियां हमारे चैनल आर छापा मारती रहतीं हैं और हम ऊपर से प्याज की बात करें तो छापे अधिक पड़ने लग जायेंगे.
वैसे आपको बता दें की बीते दिनों NDTV के मालिकों को विदेश जाने से रोक दिया गया था. क्योकि वो अपने साथ तीन किलों प्याज लेकर जा रहे थे.
आय से अधिक संपति के मामले में उन्हें रोक दिया गया. आखिर सरकार जवाब क्यों नहीं देती है. प्याज की इन बढ़ती कीमतों पर मोदी जी कब कहेंगे कि “मित्रों आज रात आठ बजे से प्याज देश में लीगल टेंडर नहीं होगी”.
ये कहकर मोदी जी प्याज बंद तो करवा देंगे लेकिन छौंके का क्या होगा साहेब. ये सब कहते कहते एंकर अचानक उठ गए और चलते-चलते बोले. “जा रहे हैं जी, छोटा वाला मंडी की तरफ. सुने हैं वहां प्याज थोड़ा सस्ता मिलता है”.
बताइए इन दो चैनलों में कौन सही है कौन गलत है. मुझे तो लगता है कि प्याज ही गलत है. आखिर वो इतना भाव क्यों खा रही हैं? क्या वो किसी की प्रेमिका है या फिर हम सबका क्रश?
मेरी प्याज, मेरी थाली की चमक और सब्जी की महक, क्यों गुस्सा करके भाव खा रही हो. मेरा बस तुमसे यही कहना है कि जहाँ भी हो अपनी पुरानी कीमतों के साथ लौट आओ. यकीन मानो इस बार तुम्हे मैं जाने नहीं दूंगा.