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कुमारस्वामी के बेटे की शादी ने साफ कर दिया कानून सिर्फ आम जनता के लिए होते हैं!

नेताजी को अपने बेटे की शादी कि इतनी जल्दी थी लॉकडाउन 2 के बीच शादी संपन्न हुई कुमारस्वामी के बेटे की शादी ने साफ कर दिया कानून सिर्फ आम जनता के लिए हैं।
Logic Taranjeet 19 April 2020
कुमारस्वामी के बेटे की शादी ने साफ कर दिया कानून सिर्फ आम जनता के लिए होते हैं!

लॉकडाउन 2 के बीच में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने अपने बेटे की शादी रचा दी है। लेकिन नेताजी को अपने बेटे की शादी कि इतनी जल्दी थी कि बेंगलुरू के रेड-जोन घोषित हो जाने के बाद शादी का स्थान बदल कर देवगौड़ा परिवार के रामनगरा फॉर्म हाउस कर दिया, लेकिन तारीख नहीं बदली। वो अलग बात है कि कुमारस्वामी की तरफ से शादी के दौरान लॉकडाउन के नियमों के पालन के दावे तो खूब किए गए थे, लेकिन शादी की तस्वीरें तो यही बता रही हैं कि नियमों की धज्जियां बहुत तरीके से उड़ायी गई है। सवाल ये है कि अगर पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन है सभी लोग घरों में बंद हैं तो क्या वीआईपी परिवारों के आयोजन में सोशल डिस्टैंसिंग का कोई मतलब नहीं रह गया है?

न मास्क, न सोशल डिस्टैंसिंग

लॉकडाउन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन में दो बातें जिले के डीएम के विवेक पर छोड़ दी गयी हैं – और कुमारस्वामी के बेटे की शादी में एक बार फिर ये समझ में आ गया कि विवेकाधिकार कोटे का क्या मतलब होता है। ऐसा तो हुआ नहीं होगा कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को रिपोर्ट करने वाले डीएम ने जेडीएस नेता कुमारस्वामी के घर में शादी के लिए हर तरह की छूट दे दी होगी। पहले शादी मैसुरू वाले रास्ते पर जनपदालोका में होनी थी, क्योंकि मान्ड्या, मैसुरू और हासन इलाके कुमारस्वामी और उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के गढ़ माने जाते हैं, ऐसे में समझा गया कि शादी वहां से हुई तो लाखों समर्थक जुट सकते हैं। मुश्किल ये भी थी कि कुमारस्वामी के बेटे निखिल एक्टर भी हैं तो उनके फैन भी जुट सकते थे। लेकिन जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन बढ़ाया और बेंगलुरू को रेड-जोन घोषित कर दिया गया तो फिर फैसला हुआ कि शादी रामनगरा के गौड़ा फॉर्म हाउस से ही होगी। ये जगह बेंगलुरू से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर है।

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एचडी कुमारस्वामी के बेटे और युवा जेडीएस के अध्यक्ष निखिल गौड़ा की शादी कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे एम. कृष्णप्पा की भतीजी रेवती से हुई है। निखिल 2019 के चुनाव में मान्ड्या लोक सभा सीट से जेडीएस के उम्मीदवार भी थे, लेकिन एक्टर अंबरीष की पत्नी सुमालता अंबरीष से चुनाव हार गएय़ हां, उनके चचेरे भाई प्रज्ज्वल ने हासन लोक सभा सीट जीत ली थी जिसे देवगौड़ा ने पोते के लिए खाली कर दिया था। शादी को लेकर कुमारस्वामी का कहना था कि सारी परमिशन ले रखी है और पूरी एहतियात भी बरती गई। चुनावी रैलियों में आंसू तक रोकने में नाकाम रहने वाले कुमारस्वामी ने दुख जताते हुए कहा था कि अफसोस इस बात का है कि ज्यादा लोगों को नहीं बुला पाएंगे लेकिन जब मौजूदा मुश्किलें खत्म हो जाएंगी तो एक बड़ा सा रिसेप्शन दिया जाएगा जिसमें सभी को न्योता भेजा जाएगा। जेडीएस नेता ने एक वीडियो मैसेज समर्थकों से शादी समारोह स्थल से दूर रहने की अपील भी की थी।

जेडीएस नेता कुमारस्वामी के दफ्तर की ओर से बताया गया था कि समारोह सादा होगा और 100 से भी कम लोग शादी में शामिल होंगे ताकि कोरोना वायरस के खतरे को दूर रखा जा सके। वहीं कुमारस्वामी के दफ्तर के एक अधिकारी ने बताया था कि सभी मेहमानों की फार्म हाउस में पहुंचने पर सबसे पहले स्क्रीनिंग होगी। ये काम मौके पर मौजूद डॉक्टर करेंगे। इसके अलावा स्पेशल डेस्क बना होगा जहां मास्क और सैनिटाइजर के भी इंतजाम होंगे।

लेकिन तस्वीरों में ऐसा कुछ नहीं दिखा सोशल डिस्टैंसिंग का तो आलम ये है जैसे किसी को कुछ मालूम ही न हो एक तस्वीर में सिर्फ एक शख्स मास्क लगाये नजर रहा है, अगर दूल्हा-दुल्हन को छोड़ भी दें तो देवगौड़ा परिवार का कोई भी व्यक्ति मास्क पहनने की झंझट में पड़ा नहीं दिख रहा है और एक दूसरे के बीच की दूरी तो वैसे ही है जैसी आम दिनों में होने वाले शादी समारोहों में नजर आता हैय़

क्या येदियुरप्पा फिर एक्शन लेंगे

कर्नाटक में फिलहाल भाजपा की सरकार है और मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा हैं। येदियुरप्पा से ठीक पहले कांग्रेस के सपोर्ट से कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन ऑपरेशन लोटस के जरिये येदियुरप्पा ने एक्शन लिया और कुमारस्वामी की सरकार गिरा दी अब क्या फिर से येदियुरप्पा एक्शन लेंगे? लॉकडाउन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल इमरजेंसी बताया है और खुद भी कैबिनेट की बैठकों तक में सोशल डिस्टैंसिंग बरकरार रखते आये हैं। मुख्यमंत्री की मीटिंग में वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान भी मास्क लगाये हुए देखे गए थे। यहां तक कि 14 अप्रैल को राष्ट्र के नाम संबोधन के वक्त भी गमछा लपेटे टीवी पर दिखे थे।

कर्नाटक सरकार की तरफ से भी कहा गया था कि प्रशासन पूरे कार्यक्रम की वीडियोग्राफी कराएगा और पूरा ध्यान रखा जाएगा कि नियमों का उल्लंघन न हो। साथ में चेतावनी भी दी गयी थी कि अगर लॉकडाउन के नियमों का अनुपालन नहीं हुआ तो बगैर किसी हीलाहवाली के एक्शन भी लिया जाएगा। बताते हैं कि राज्य सरकार की तरफ से शादी में 70 से 100 लोगों की मौजूदगी की इजाजत दी गई है। सरकार की ओर से शादी की वीडियो भी की गई है और अभी इस बात की जांच-पड़ताल होनी है कि समारोह के दौरान सोशल डिस्टैंसिंग का पालन हुआ या नहीं?

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A writer, poet, artist, anchor and journalist.