साल 2017 में ऋषि कपूर की आत्मकथा खुल्लमखुल्ला प्रकाशित हुई और ये किताब इतनी बेबाकी से लिखी गई थी कि इस पर कई विवाद भी हुए थे। इतना ही नहीं कई लोग ऋषि कपूर से नाराज भी हो गए थे। इसी किताब की पांच ऐसी बातें हम इस आर्टिकल में आपको बताने जा रहे हैं, जिसे पढ़कर आप चौंक जाएंगे। ऋषि कपूर ने जब 2017 में अपनी आत्मकथा खुल्लमखुल्ला प्रकाशित की तो वो वाकई काफी खुल्लमखुल्ला बातें करने वाली किताब थी और उसमें उन्होंने बहुत बेबाकी के साथ अपने जीवन, परिवार और अभिनेत्रियों के बारे में खुलकर लिखा है। यहां तक कि उन्होंने अपने पिता राजकपूर के बारे में भी साफ लिखा कि शादी के बाद भी उनके कई महिलाओं से रिश्ते थे। आइए जानते हैं ऋषि कपूर की आत्मकथा खुल्लमखुल्ला की 5 वो बातें, जिन्हें पढ़कर आप भी हैरान रह जाएंगे।
ऋषि कपूर ने ईमानदारी से अपनी आत्मकथा में लिखा कि उनके पिता का मां कृष्णा राज कपूर से शादी होने के बाद भी कई महिलाओं के साथ अफेयर था। मैं तब बहुत छोटा था, जब मेरे पिता का अफेयर नरगिस जी के साथ था। हालांकि इसका असर घर में नहीं दिखता था और इसके बाद पापा का अफेयर वैजयंतीमाला से भी चला था। इस पर मां बहुत नाराज भी हुईं थी।
ऋषि कपूर ने खुल्लमखुल्ला में लिखा था कि उनकी पहली गर्लफ्रेंड एक पारसी लड़की यास्मीन मेहता थी और वो नीतू कपूर से पहले उन्हें डेट करते थे। साल 1973 में बॉबी रिलीज होने के बाद स्टारडस्ट मैगजीन ने ऋषि कपूर और डिंपल के बीच रोमांस पर एक बड़ी कवर स्टोरी छापी। लेकिन डिंपल कपाड़िया तब राजेश खन्ना से शादी कर चुकी थीं लेकिन इसकी वजह से उनका और यास्मीन का रिलेशन खत्म हो गया।
ऋषि कपूर कहते हैं कि जब मैं यास्मीन को डेट कर रहा था तब उसने मुझको एक अंगूठी दी थी। जब मैं डिंपल के साथ बॉबी फिल्म कर रहा था तो डिंपल ने इसे खुद निकालकर पहन लिया और वो इसको तब तक पहने रही जब तक कि राजेश खन्ना ने उनको प्रपोज नहीं कर दिया। जब राजेश खन्ना ने डिंपल की अंगुली में मेरी उस अंगूठी को देखा तो उसको उतारकर समुद्र में फेंक दिया, जो उसके घर के करीब था। वैसे सच्चाई ये है कि मैंने कभी डिंपल से प्यार नहीं किया और ना ही उसकी ओर जरा सा भी झुकाव रहा।
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हर किसी की जिंदगी में उतार-चढ़ाव आते हैं और ऐसा ही ऋषि कपूर के साथ भी हुआ था। अपनी आत्मकथा में उन्होंने लिखा कि जब बॉबी फिल्म सुपरहिट हो गई तो उन्हें अपनी दूसरी फिल्मों से भी यही उम्मीद थी लेकिन वो बॉक्स ऑफिस पर फेल हो गईं। इस समय तक उनकी शादी नीतू कपूर से हो गई और जब उनकी कई फिल्में अच्छा नहीं कर पाईं तो वो डिप्रेशन में आ गए। ऐसे में उन्होंने नीतू तो दोष देना शुरू किया और उनके रिश्तों पर इसका खराब असर पड़ा। नीतू उस समय प्रेग्नेंट थी, रिद्धिमा होने वाली थी। खैर मैं किसी तरह अपने सपोर्टिंव सहयोगियों की मदद से इस हालत से निकल पाया। इस काम में परिवार और दोस्तों ने भी मदद की। लेकिन मुझको आज भी लगता है कि मैंने उसके साथ कितना गलत किया था।
ऋषि कपूर ने स्वीकार किया कि कभी-कभी काम के दौरान उनका अमिताभ बच्चन के साथ एक कोल्ड वार चलता था। शायद इसलिए क्योंकि उन्होंने एक ऐसा अवार्ड जीता था, जिस पर अमिताभ की नजर थी। उन्होंने लिखा कि मैंने बॉबी के लिए बेस्ट एक्टर अवार्ड जीता। मैं श्योर हूं कि अमिताभ को लगता था कि ये अवार्ड उन्हें जंजीर के लिए मिलना चाहिए था, जो उसी साल रिलीज हुई थी। मैं ये कहते हुए शर्मिंदा हूं कि लेकिन ये सही है कि मैंने वो अवार्ड खरीद लिया था। उन्होंने पीआरओ तारकनाथ गांधी का जिक्र करते हुए लिखा कि गांधी ने मुझसे कहा कि सर तीस हजार दे दो, तो आप को मैं अवार्ड दिला दूंगा। मैने इससे ज्यादा कुछ नहीं किया लेकिन ये बात सही है कि मैंने बगैर कुछ सोचे उसको पैसा दे दिया था।