ताई के बजट पेश करते ही एक कौम में बड़ी निराशा है. पूरा दिन बजट को एतिहासिक बताकर चिल्लाने वाले स्वघोषित पत्रकारों के वर्ग में बड़ी निराशा है. सरकार ने एतिहासिक बजट की घोषणा करते हुए कहा है कि इस बार के बजट के बाद न्यूज़ एंकर सस्ते दामों में खरीदे जा सकेंगे.
अब सरकार हमारी ऐसी है कि हर किसी के बारे में सोचती है. दरअसल पिछले दिनों न्यूज़ एंकर्स की मांग में उछाल हुआ है. हर एक पार्टी न्यूज़ एंकर्स खरीदने के लिए फिल्म सिटी वाली मंडी में जाती है और ऐसे में सरकार ने इनके दामों में कमी कर दी है. सरकार ने कहा है कि न्यूज़ एंकर्स खरीदने के लिए अब कोई अग्रीमेंट नहीं करना होगा. वही एक से अधिक एंकर खरीदने पर टैक्स में भी छूट दी जाएगी. सरकार का कहना है कि एक से अधिक एंकर्स के अलावा अगर आप पूरा चैनल खरीदते हैं तो आपको भारी छूट मिलेगी. न्यूज़ एंकर्स खरीदने के लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना होगा. बस आपको मनचाहा एंकर सलेक्ट करके उसका दाम देखना होगा और उसके बाद उसे आप आसानी से खरीद सकेंगे.
सरकार ने बजट में एक और घोषणा करते हुए कहा है की बिके हुए एंकर्स वापिस नहीं होंगे. मतलब अगर आपने एक बार किसी एंकर को खरीद लिया तो आप उसे वापिस नहीं कर सकते हैं. उस एंकर को आपको अपने पास ही रखना होगा. सरकार ने इस नियम पर संसोधन करते हुए कहा है कि अगर आप अपने द्वारा खरीदा गया मनचाहा एंकर बदलना चाहते हैं तो आपको फिर एक एंकर सरकार की तरफ से मिलेगा और उसमें आपकी कोई चॉइस नही होगी.
सरकार ने साफ़ किया है कि आप उन एंकर्स को ना तो खरीद सकते हैं और ना ही उनकी बोली लगा सकते हैं जिन्हें सरकार ने पहले ही खरीद रखा है. यहाँ तक की उन्हें खरीदने के बारे में सोचने पर भी आपके ऊपर दो परसेंट का टैक्स लगा दिया जाएगा. इसलिए भैया सोच-समझकर सामान खरीदना है. जिन एंकर्स को सरकार ने खरीद रखा है उन्हें खरीदने के लिए आपको सालभर बोली का इंतजार करना होगा. उसमें आप बोली लगाकर उन सभी एंकर्स को खरीद सकते हैं जिनका रिमोट सरकार के पास है.
सरकार के इस फैसले के बाद आखिर “पूछता है भारत” की जनता तक फर्जी खबरें पंहुचाने वाले, बजट को एतिहासिक बताने वाले, ब्लैक वाली गाडी का पीछा करने वाले, किसानों को गद्दार बताने वाले एंकर्स को इतने सस्ते दामों में कैसे बेच सकती है. ये सवाल आते ही पीछे से आवाज आई “अबे चल ये भी बहुत ज्यादा है”.