कुछ महीनों पहले रिया चक्रवर्ती और दीपिका पादुकोण की चैट सोशल मीडिया पर लीक हुई थी। ये काम करने में सबसे आगे अर्नब गोस्वामी थे, लेकिन समय का पहिया ऐसा घुमा है कि अब खुद अर्नब की ही चैट लीक हो गई है। वो भी कोई छोटी-मोटी नहीं बल्कि पूरे 500 पेज की चैट लीक हो गई है। जो खुद कुछ महीने पहले बहुत मजे लेते हुए खबरें चला रहा था अब वो खुद ही मजाक का विषय बन गया है। इस लीक चैट में कहा जा रहा है कि ये चैट्स अर्नब गोस्वामी और BARC के पूर्व प्रमुख पार्थो दासगुप्ता के बीच की है। ये साबित करती हैं कि अर्नब गोस्वामी हाल ही में सामने आए टीआरपी स्कैंडल में पूरी तरह से शामिल थे।
पीएमओ, आईबी मंत्रालय और AS से है जान पहचान
टीआरपी फिक्सिंग केस में मुंबई पुलिस ने चार्जशीट फाइल की है जिसमें अर्नब की चैट्स भी शामिल है। इन चैट्स से पता चलता है कि अर्नब ने पीएमओ, सूचना प्रसारण मंत्रालय और किसी ‘AS’ तक अपनी पहुंच का दुरुपयोग किया और व्यावसायिक फायदा उठाया है। इन चैट्स में अर्नब कई जगह पर पीएमओ, एनएसए और आईबी मंत्रालय में अपना पहचान होने का दावा करते पूरी तरह से दिख रहे हैं। चैट्स में ये भी साबित होता है कि अर्नब टीआरपी लेने के लिए पार्थो के साथ फिक्सिंग कर रहे थे।
कई लोगों का उड़ाया मजाक
पार्थो ने वॉट्सएप और ईमेल के जरिये गोपनीय डेटा अर्नब को मुहैया भी कराया था और बदले में मांग की थी कि उन्हें पीएमओ में काम दिला दें। इतना ही नहीं इन चैट्स में कई मंत्रियों और पत्रकारों का मजाक भी उड़ाया गया है। जैसे कि इस चैट में सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को बेकार कहा गया है तो वहीं टाइम्स नाऊ की पत्रकार नाविका को कचरा और इंडिया टीवी के एडिटर रजत शर्मा के लिए भी गलत शब्दों का इस्तेमाल किया गया है।
इन चैट्स को शेयर करते हुए वकील प्रशांत भूषण ने लिखा कि ये बार्क के सीईओ और अर्नब गोस्वामी के बीच हुए चैट्स के स्नैपशॉट्स हैं। इनसे गोस्वामी की राजनीतिक गलियारों में पहुंच और तमाम साजिशों का पता चलता है। ये भी पता चलता है कि किस तरह मीडिया और अपनी पोजीशन का बतौर ब्रोकर दुरुपयोग किया गया है। कानून के रास्ते पर चलने वाले किसी भी देश में ये लंबे समय तक जेल में रहने के लिए काफी है।
हालांकि अभी तो सवाल ये बनता है कि क्या इस देश में कानून का शासन रह भी गया है या नहीं? प्रशासन इस पर अब तक कुछ नहीं बोलता नजर आ रहा है, जबकि ट्विटर पर पूरी तरह से माहौल बना हुआ है। हालांकि किसी घोटाले का महत्व तब रह जाता है जब कानून का शासन हो और मामला सामने आते ही उस पर कार्रवाई शुरू हो। लेकिन भारत में अब ऐसा संभव होता नजर नहीं आ रहा है। अर्नब गोस्वामी का चैट्स लीक कांड भी एक तमाशा से ज्यादा कुछ नहीं है।
फर्जी देशभक्ति भी आई पूरी तरह से सामने
इसके साथ ही राष्ट्रभक्ति के नाम पर चीखने-चिल्लाने वाले अर्नब गोस्वामी की इस चैट में फरवरी 2019 में हुए आतंकी हमले में मारे गए जवानों पर टीआरपी रेटिंग हाई होने पर खुशी मनाने की बातें भी सामने आ रही है। पत्रकार गैरी वालिया ने अर्नब गोस्वामी की चैट का एक स्क्रीनशॉट अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है। इसे ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा है कि 40 जवान शहीद हुए थे, ये है अर्णब का राष्ट्रवाद।
वहीं इसे रीट्वीट करते हुए पत्रकार साक्षी जोशी ने रिपब्लिक टीवी और भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि सुपारी संपादक, फर्जी राष्ट्रवादी अर्नब गोस्वामी पुलवामा में शहीद जवानों की खबर में भी अपनी रेटिंग और जीत देख रहा था। ये गद्दार और देशद्रोही है, इस बयान पर तो इसपर राष्ट्रद्रोह लगना चाहिए। जवानों की शहादत पर ये खुश हो रहा था। ज़रूर पाकिस्तान से पैसा मिला था इसे।
अर्नब गोस्वामी पर अक्सर आरोप लगते रहे हैं कि वो अपने चैनल पर हर वक्त हिंदी मुसलमान करते रहते हैं और देश में सांप्रदायिक नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं। इसके साथ ही वो देश के जवानों के नाम पर राष्ट्रभक्ति और मुसलमानों को देशद्रोही बताने में भी कोई कमी नहीं छोड़ते हैं। लेकिन इन चैट से साफ सामने आता है कि अपनी फर्जी देशभक्ति के जरिये रिपब्लिक टीवी पूरे देश को बेवकूफ बनाने का काम करता आ रहा है। और सरकार का सहयोग कितना है ये भी सबके सामने है।