पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, भूपेन हजारिया और नानाजी देशमुख को भारत रत्न दिए जाने के बाद लगातार भारत रत्न पर नेताओं की टिप्पणियां आ रही है… हर कोई इस बात पर सवाल उठा रहा है…
लगातार भारत रत्न पर उठ रहे सवालों से प्रतीत होता है जैसे ये कोई खिलौना है जो किसी को भी दिया जा सकता है…और दिया जाना चाहिए…
बाबा रामदेव का कहना है कि 70 सालों में अभी तक एक भी सन्यासी को भारत रत्न नहीं दिया गया…यहां तक की बाबा रामदेव ने सरकार से आग्रह भी किया कि अगली बार से कम से कम किसी सन्यासी को भी भारत रत्न दिया जाए…
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जितने भारत रत्न दिए गए उनमें से कितने दलित, आदिवासी, गरीब, उच्चवर्ग, ब्राह्मण और मुसलमान शामिल है…यानि कि अब ओवैसी यहां ब्राह्मण और उच्च जाति वालों की भी बात कर रहे हैं…ओवैसी ने ये भी कहा कि बाबा साहेब को भारत रत्न दिल से नहीं बल्कि मजबूरी में दिया गया था…
शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने साफ कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक वीर सावरकर को मोदी युग में नजरअंदाज किया गया…और दिग्गज कलाकार भूपेन हजारिया को सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न आगामी लोकसभा को ध्यान में रखकर दिया गया…जबकि बीजेपी की सहयोगी शिवसेना कब से वीर सावरकर के लिए इस सर्वोच्च सम्मान की मांग कर रही है…बता दें कि शिवसेना ने प्रणव मुखर्जी को भारत रत्न देने का समर्थन भी किया था…लेकिन अब सावरकर को सम्मान न मिलने पर शिवसेना बीजेपी की खुले में निंदा करने से नहीं चूक रही…
कर्नाटक के पूर्व सीएम सिध्दारमैया ने कर्नाटक में तुमकुरू स्थित सिद्धगंगा मठ के प्रमुख डॉ. शिवकुमार स्वामी को भारत देने की मांग की…जिनका की बीते दिनों 111 साल की आयु में निधन हो था…
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने भारत रत्न के लिए पीएम को एक बार फिर पत्र लिखकर प्रदेश की पूर्व सीएम जयललिता और सीएन अन्नादुरई को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित करने का एक बार फिर अनुरोध किया है…बता दें कि पलानीस्वामी इस बारे में 2016 में भी इसकी मांग कर चुके हैं…
दरअसल पिछले काफी लंबे समय से भारतीय हॉकी के कप्तान ध्यानचंद को भारत रत्न देने की मांग चल रही थी…लेकिन इस बार भी उन्हें भारत रत्न नहीं दिया गया…जिसके चलते केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने पीएमओ को पत्र लिखकर दिग्गज ध्यानचंद को सर्वोच्च नागरिक सम्मान “भारत रत्न” देने की मांग की है…ध्यानचंद हॉकी के जादूगर माने जाते हैं…उन्होंने अपने खेल जीवन में 1000 से भी ज्यादा गोल किए हैं…
पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को भारत रत्न दिए जाने पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां ने तंज कसा है…और कहा है कि आरएसएस की दावत स्वीकार करने के कारण मुखर्जी को ये सम्मान दिया गया है….
यहां तक की असम के गायक जुबिन गर्ग की “भारत रत्न” सम्मान के विरुद्ध टिप्पणी करने को लेकर उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई…
बता दें कि इस बार “भारत रत्न” सम्मान को लेकर कई तरह के सवाल उठे…और साफ है कि लोकसभा चुनाव के कारण इस तरह के सवालों का जमावड़ा ज्यादा रहा…यहां सवाल ये उठता है कि देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पर राजनीति क्यों हो रही है? इससे न केवल इस सम्मान की गरिमा कम हो रही है बल्कि विश्व के सामने ये धारणा भी बन रही है कि हम “भारत रत्न” भी आम राय से नहीं चुन सकते…