हमेशा से भड़काऊ और साम्प्रदायिक भाषणों की वजह से चर्चा में रहने वाले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर से अपने पुराने रूप को अपना लिए हैं। बेगूसराय से सत्तारूढ़ एनडीए के उम्मीदवार गिरिराज सिंह ने अमित शाह के सामने मंच से मुसलमानों को चेतावनी दे दी है। गिरिराज ने कहा कि गर कब्र के लिए तीन हाथ की जगह चाहिए तो देश में वंदेमातरम और भारत माता की जय कहना होगा।
गिरिराज की मुसलमानों को चेतावनी
गिरिराज ने मुसलमानों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर तुम ऐसा नहीं करोगे तो देश कभी तुम्हें माफ नहीं करेगा। आपको बता दें कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के एक कार्यक्रम में गिरिराज ने पार्टी अपने भाषण के दौरान कई बातें कही जिसमें उन्होंने कहा कि कुछ लोग बिहार को रक्तरंजित करना चाहते हैं, सांप्रदायिक आग फैलाना चाहते हैं, लेकिन बीजेपी के होते हुए बिहार में ऐसा नहीं होगा और बेगूसराय की धरती पर वो ऐसा नहीं होने देंगे।
वहीं गिरिराज सिंह ने आरजेडी के दरभंगा के उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्दिकी के एक वक्तव्य की चर्चा की और तब उन्होंने कथित रूप से कहा था कि मैं वंदे मातरम नहीं बोलूंगा। बेगूसराय में भी कुछ लोग आकर बड़े भाई का कुर्ता और छोटे भाई का पायजामा पहनकर घूम रहे हैं, लेकिन उन्हें कहना चाहता हूं कि जो वंदे मातरम नहीं गा सकता, वो इस बात को याद रखें कि गिरिराज के नाना-दादा सिमरिया घाट में गंगा नदी के किनारे मरे हैं, उसी भूमि पर कोई कब्र नहीं बनाया है लेकिन तुम्हें तो तीन हाथ जगह चाहिए।
राजनीति का हिस्सा हो सकता है ये बयान
गिरिराज के इस भाषण का ये अंश हैरान करने वाला था, हालांकि राजनीति के जानकारों का कहना है कि जब भी गिरिराज नीतीश कुमार के साथ मंच पर होते हैं तो सबका साथ सबका विकास और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की बातें करते हैं लेकिन जब भी वो अपनी पार्टी के नेताओं के सामने बोलते हैं तो मुस्लिम समुदाय पर निशाना साधने से पीछे नहीं हटते है।
आपको बता दें कि बेगूसराय में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है, जिस कारण ये उनकी एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा हो सकता है कि जब तक सांप्रदायिक ध्रुवीकरण नहीं होगा तब तक उनकी जीत का रास्ता कठिन रहेगा। इसलिए उन्होंने जानबूझकर वंदे मातरम, भारत माता की जय और कब्रिस्तान और कब्र के लिए जमीन का मुद्दा छेड़ा है।