Headline

सियाचिन ग्लेशियर को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है। एक ओर भारत की सेना तो दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना यहां हमेशा आंख गड़ाए बैठी हुई नजर आ जाती है।

TaazaTadka

CAB शरणार्थियों में मनाई ख़ुशी, बोले अब हम भी तल सकेंगे पकौड़े

जब से CAB पास हुआ है बहुत सारे लोग इसका विरोध कर रहे हैं वही भारत कि नागरिकता के लिए लंबे समय से इंतजार कर रहे लोगो में बहुत खुशी की लहर है
Troll Ambresh Dwivedi 15 December 2019

नई दिल्ली: जब से CAB ( सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल )पास हुआ है तब से बहुत सारे लोग इसका विरोध कर रहे हैं. लेकिन भाईसाब जो भारत कि नागरिकता के लिए लंबे समय से इंतजार कर रहा था वो बहुत खुश हैं. लेकिन उनके ख़ुशी की वजह बहुत अलग है. इसके जानकारी लेने हम पहुचें एक कैम्प में जहाँ वो लोग रह रहे थे.

ये बोले लोग– जानकारी लेने जैसे ही हम वहां पहुचे तो एक लड़का आया और जबरन हमाए मुंह में लड्डू डालते हुए बोला “आप यही जानने आए हैं ना कि हमें कैसा लग रहा है, तो आइये हम बता देते हैं”. उसने बोला “भाई हम तो बहुत खुश हाँ कि अब हमें भी पकौड़े तलने का मौका मिलेगा. कबसे मैं इस उम्मीद में बैठा था कि मुझे ये सौभाग्य मिले. सुना है कि पकौड़े तलकर लोग करोडपति बन रहे हैं. और तो और भाईसाब अब मैं सोच रहा हूँ की ये जो पंद्रह लाख मुझे मिलने वाले हैं उसे कैसे खर्च करूंगा. चलिए आप भी ले लीजिएगा थोडा. और हाँ भाईसाब मैं सोच रहा हूँ की यहाँ नहीं रहूँगा अब सीधे किसी स्मार्ट सिटी में चला जाऊँगा. वहां जाकर आराम से आराम का जीवन जिऊंगा”. ढोल में थोड़ी देर नाचने के बाद एक चिचा आए और बोले “बेटा हम तो जिंदगीभर रहे बेरोजगार लेकिन अब जब हर साल एक करोड़ रोजगार मिल ही रहे हैं तो सोच रहे हैं की अपने बेटे को भी लगवा देंगे. तुम बताओं कौन सा विभाग सही रहेगा. देश आज इतनी तरक्की में है कि पन्द्रा लाख सबके खाते में ऐसे ही आ रहे हैं तो हम भी थोडा बहुत ले लेंगे.

यूपी में रहने की जताई इक्षा-सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल पास होने से वहीँ रहें वाला एक आदमी बोला की हम तो राम राज में जाकर रहेंगे. सुने हैं की उत्तर प्रदेश में आजकल वही चल रहा है. दूध की नदियाँ भी बह रहीं हैं और चारों तरफ ख़ुशी ही ख़ुशी है. हम तो वहीँ जाकर रहेंगे. सुने हैं की सबकुछ ठीक चल रहा है वहां.

हमारा रिपोर्टर ये सुनकर भावुक हो गया और बोला की हमें लगता है की ये लोग पांच साल पहले सोए थे और अज जाकर उठे हैं. रिपोर्टर को एक पल के लिए लगा कि काश वो भी शरणार्थी होता.

Ambresh Dwivedi

Ambresh Dwivedi

एक इंजीनियरिंग का लड़का जिसने वही करना शुरू किया जिसमे उसका मन लगता था. कुछ ऐसी कहानियां लिखना जिसे पढने के बाद हर एक पाठक उस जगह खुद को महसूस करने लगे. कभी-कभी ट्रोल करने का मन करता है. बाकी आप पढ़ेंगे तो खुद जानेंगे.