संकट की इस घड़ी में अब तक देश भर से कई सारे हिन्दू मंदिर आगे आ कर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अपनी मदद की घोषणा कर चुके है। कोरोना संक्रमण, और उसको फैलने से रोकने के लिए लगाए गए इस लॉकडाउन जैसी बड़ी आपदा में देश के हिन्दू मंदिर न सिर्फ नगद के रूप में बल्कि भोजन आदि गतिविधियों के जरिए से भी देश को इस संकट के समय सहयोग करते देखे जा सकते हैं।
महाराष्ट्र के प्रसिद्ध शिरडी साईं बाबा मंदिर ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में 51 करोड़ रूपए दान किए।
योग गुरु बाबा रामदेव ने घोषणा की है कि वे पीएम केयर्स फण्ड में 25 करोड़ का सहयोग करेंगे इसके साथ ही साथ पतंजलि और रूचि सोया के सभी एम्प्लॉई अपने एक दिन का वेतन भी पीएम रिलीफ फण्ड में दान करेंगे जो कुलमिलाकर 1.5 करोड़ बैठता है।
पटना स्थित महावीर हनुमान मंदिर ने कोरोना से लड़ने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में 1 करोड़ रुपए दान किए।
अम्बा जी माता मंदिर ट्रस्ट, ‘आरासुरी अम्बा जी माता देवस्थानम ट्रस्ट’ ने 1 करोड़ 1 रुपए का दान किया
गुजरात भर में फैले 7 स्वामीनारायण मंदिरों ने कुल मिलाकर 1.88 करोड़ रुपए का सहयोग किया। इसके अलावा कोरोना संक्रमित मरीजों को आइसोलेशन में रखने के लिए तकरीबन 500 बेड का भी इंतजाम स्वामीनारायण ट्रस्ट ने किया है।
सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट ने गुजरात के मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में 1 करोड़ रुपए दान किए।
कांची कामकोटि पीठम ने 21 मार्च को जारी किए स्टेटमेंट में पीएम रिलीफ फण्ड तथा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में 10-10 रुपए के अंशदान की घोषणा की।
जम्मू-कश्मीर स्थित माता वैष्णों देवी मंदिर के गैर राजपत्रित स्टॉफ ने जहाँ राज्य के राहत कोष में एक दिन की सैलरी देने का निर्णय लिया, वहीं ट्रस्ट के राजपत्रित स्टॉफ ने अपनी दो दिनों की सैलरी राज्य के रिलीफ फंड में दान की।
महाकालेश्वर मंदिर ट्रस्ट ने कुल 5 लाख रुपए, 2.5 लाख प्रधानमंत्री राहत कोष और 2.5 लाख मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में दान किए।
मंदिर ने मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में 5 लाख 11 रुपए दान किए और रेड क्रॉस सोसाइटी को कोरोना के खिलाफ अभियान में 1 लाख 11 हजार दान किए।
रतलाम मध्य प्रदेश के गणपति मंदिर ट्रस्ट ने भूखों को खाना खिलाने के लिए 1 लाख 11 हजार का दान किया।