नई दिल्ली: राफेल का नाम तो सबने इतना सुना कि जितना खुद का नाम किसी से नहीं सुना होगा. पूरे चुनाव यही चला. और अब अंत में भारत को राफेल मिल गया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांस गए और इसे रिसीव किया. लेकिन गुरु मजेदार काम ये रहा कि उन्होंने राफेल में ॐ लिखा. इससे तो पाकिस्तान सदमे में हैं लेकिन अगर ये 6 काम और कर दें ना तो पाकिस्तान स्वतः साफ़ हो जाएगा.
बुरी नजर वाले तेरा मुंह काला
Dassault Rafale में अगर पीछे लिखवा दिया जाए कि “बुरी नजर वाले तेरा मुंह काला”. भाईसाब ये तो ऐसा माहौल होगा कि पाकिस्तान का आत्महत्या करने का मन करेगा. अब देखिए पाकिस्तान की बुरी नजर तो है की और मुंह काला और हो जाएगा तो समझिये पाकिस्तान वहीँ साफ हो जाएगा. और हाँ हमारे रक्षा मंत्री जो की ऐसी प्रेरणा ट्रकों से मिली है.
प्याज रखवा देते
वैसे यार एक काम गलत हुआ कि राफेल के पहियों के नीच नीम्बू रखवा दिया. ये भी कोई बात होती है क्या. मतलब इतनी महंगी चीजे इतने शोर शराबे के बाद आई है तो सरकार कुछ महंगे आइटम रखवाती तो मानते. अगर इसके नीचे प्याज रखा जाता तो पाकिस्तान मानसिक सदमे में मर जाता. उसे लगता कि यार जो देश इतनी महँगी चीज को रखकर कुचल रहा है उससे मुकाबला क्या करना. इससे देशवासियों को एक मोटिवेशन मिलता की चलो खाने को नहीं मिली तो कम से कम राफेल के नीचे तो आ गई. वैसे onion price जिस हिसाब से बढ़ी है उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि इसे राफेल के नीचे रखने के लिए बढ़वाया गया था लेकिन बाद में प्लान बदल दिया.
मोदी दी गड्डी
वैसे pm modi चाहते तो हैं कि हर जगह उनका नाम लिखा आए और इसमें भी ऐसा हो तो क्या शानदार माहौल बने. बढिया राफेल उड़ता हुआ जा रहा है और उसमे लिखा है “मोदी दी गड्डी, तोड़ेगी पाकिस्तान की हडडी”. अरे ये ट्रक से नहीं उठाया गया है ये तो मोदी जी के लेखन का कमाल है जो वहां लिखा जाएगा. अब पाकिस्तान को हराने के लिए तो मोदी जी ऐसे दो चार लाइन्स लिख ही सकते हैं.
पड़ोसी मेरा दुश्मन
अब ऐसा पडोसी देश मिला है जो बस दुश्मनी करना जानता है. हाँ वो अलग बात है कि वो बस चुनावों के समय नजर आती है. राफेल एक और चीज लिखवानी थी. “वजन मेरा सौ टन, पडोसी देश मेरा दुश्मन”. ये जब लिखवाते तो लगता कि सीधे पाकिस्तान जा रहा है और आज तो साफ़ करके ही आएगा. ऐसे में सोचिये पाकिस्तान को आसमान में उड़ती हुई हर एक चिड़िया राफेल ही नजर आती और और मोदी जी को यहाँ बड़ा मजा आता.
फ्रांस से टेक्निकल सहायता प्राप्त
आपने देखा होगा की ट्रेक्टर के पीछे लिखा होता है कि फलां बैंक से वित्तीय सहायता प्राप्त. अब लगता है कि राफेल में भी ऐसा लिखवा दें तो कितना मजा आएगा ना सोचिए. लिखवा दिया जाए कि “फ्रांस से टेक्निकल सहयता प्राप्त”. फिर पाकिस्तान भी दूसरे किसानों की तरह उसी बैंक यानि की फ्रांस में जाएगा तो उसे भगा दिया जाएगा और फिर हमारे तो मजे हो जायेंगे.
इकॉनमी 5 ट्रिलियन
ये तो मतलब मास्टरस्टोक हो जाएगा. वैसे भी राफेल का पाकिस्तान और pok आना-जाना तो रहेगा ही. अब ऐसे में अगर उसमे लिखवा दिया जाएगा “5 ट्रिलियन economy comming soon” तो ये देखकर तो पाकिस्तान के होश उड़ ही जायेंगे. इससे डर का डर बना रहेगा और प्रचार का प्रचार होगा. हम भारतवासी ये दिमाग तो बहुत तगड़ा लगाते हैं.
वैसे defence minister rajnath singh जब rafale में ये सब करते नजर आए तो उन्हें ये ऊपर बताए गए काम भी कर ही लेने चाहिए थे हांथों हाँथ. हाँव ओ अलग बात है कि फिर rahul Gandhi और congress नेता rafale price को लेकर फिर से कुछ कहने लगते. बोलते “देखो भईया हमनें तो इसका खर्चा जोड़ा नहीं था और अब तो इतने हजार करोड़ का हो गया राफेल.
अब हमने बता दिया अगर आपको कुछ लगता है कि कुछ छूट गया तो बताइए भा-भेनों क्या-क्या लिखा जा सकता है.