अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आजकल कुछ ज्यादा ही चर्चे में हैं| वो भोपाल से चुनाव लड़ रहे हैं और उनके सामने हैं मालेगांव बम ब्लास्ट केस की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर| वैसे तो दिग्विजय सिंह अक्सर संघ को लेकर कोई ना कोई विवादित बयान देते रहते हैं लेकिन एक बार फिर से उन्होंने कुछ ऐसा ही कहा है|
एमपी के पूर्व सीएम ने एक ट्वीट किया जिसमे उन्होंने कहा कि “शहीद हेमंत करकरे के विरुद्ध संघ के लोगों के बयान से साफ़ है कि उनके लिए भारत “माता”नहीं, संघ ही सब कुछ है| जो संघ की मर्ज़ी के ख़िलाफ़ बोले वो देशद्रोही है| भारत के शहीद भी अगर संघ को पसंद नहीं तो वो “शैतान” हैं| हमने संघ की नहीं, संविधान की शपथ ली है| हम भारत माता के भक्त हैं”|
इसके बाद दिग्गी ने दूसरा ट्वीट किया जिसमे उन्होंने कहा कि “भारत आज एक मज़बूत राष्ट्र है| जिसमें संघ की नहीं, कांग्रेस के लोगों के कुर्बानियाँ शामिल हैं| महात्मा गांधी, इंदिरा जी, राजीव जी के बलिदान हैं; छत्तीसगढ़, कश्मीर, पंजाब, असम, मणिपुर, त्रिपुरा..देश की मिट्टी में कांग्रेस का ख़ून मिला हुआ है| उस ख़ून की ख़ुशबू संघ को नहीं आती”| जाहिर है कि दिग्विजय सिंह के इस बयान से कही ना कही एक बार फिर बीजेपी कार्यकर्त्ता भड़क सकते हैं| इसे पहले भी दिग्गी संघ और उसके माहौल को लेकर बहुत बार ऐसा बोल चुके हैं जिससे विवाद हुआ है|
शहीद हेमंत करकरे के विरुद्ध संघ के लोगों के बयान से साफ़ है कि उनके लिए भारत “माता”नहीं, संघ ही सब कुछ है!
जो संघ की मर्ज़ी के ख़िलाफ़ बोले वो देशद्रोही है।
भारत के शहीद भी अगर संघ को पसंद नहीं तो वो “शैतान” हैं।
हमने संघ की नहीं, संविधान की शपथ ली है। हम भारत माता के भक्त हैं।— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 23, 2019
भारत आज एक मज़बूत राष्ट्र है। जिसमें संघ की नहीं, कांग्रेस के लोगों के कुर्बानियाँ शामिल हैं।
महात्मा गांधी, इंदिरा जी, राजीव जी के बलिदान हैं;
छत्तीसगढ़, कश्मीर, पंजाब, असम, मणिपुर, त्रिपुरा..देश की मिट्टी में कांग्रेस का ख़ून मिला हुआ है। उस ख़ून की ख़ुश्बू संघ को नहीं आती.— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 23, 2019
आपको बता दें कि दिग्गी राजा की लड़ाई आसान नहीं है| अपनी हिन्दू विरोधी छवि को लेकर वो बीजेपी की तरफ से प्रोजेक्ट की गई कट्टर हिन्दू छवि कि प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर के सामने हैं| ऐसे में दिग्विजय सिंह की राह आसान नहीं हैं| इसके अलावा भोपाल को हमेशा से ही बीजेपी का गढ़ कहा जाता रहा है और इस बार भी भोपाल में कई सारे बड़े दिग्गज गढ़ को बचाने में लगे हैं तो वही दिग्विजय सिंह भी प्रयासरत हैं|