तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और निर्ममता से उसकी हत्या के बाद पूरा देश स्तब्ध है। देशभर में जहां पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए लोग सड़कों पर उतर आए हैं, वहीं इस मामले में तेलंगाना के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली के बेतुके बयान से सभी आहत हुए हैं। तेलंगाना के गृह मंत्री ने इस मामले में कहा था कि वह महिला तो पढ़ी लिखी थी। उसने अपनी बहन को फोन क्यों किया? उसने 100 नंबर पर पुलिस को फोन किया होता तो पुलिस 3 मिनट में वहां पहुंच जाती। दरअसल, मोहम्मद महमूद अली ऐसे पहले व्यक्ति नहीं हैं, जिन्होंने बलात्कार के मामले में ऐसा बेतुका या विवादास्पद बयान दिया है। इससे पहले भी बहुत सी जानी-मानी हस्तियां बलात्कार के मामले में विवादास्पद बयान दे चुकी हैं। यहां हम आपको ऐसे ही विवादास्पद बयानों के बारे में बता रहे हैं, जिसने कि इस देश को शर्मसार करने का काम किया है।
भाजपा नेता कालीचरण सराफ का विवादास्पद बयान
राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ ने इसी साल जुलाई में बलात्कार की घटनाओं को लेकर एक बेहद शर्मनाक और लापरवाही भरा बयान देते हुए कहा था कि दुष्कर्म एक ऐसी चीज है, जिसे कभी भी नहीं रोका जा सकता है। उन्होंने यह बयान जयपुर में एक 7 साल की बच्ची के साथ हुई बलात्कार की घटना के बाद दिया था। पूर्व मंत्री के इस बयान की चौतरफा आलोचना हुई थी।
RSS प्रमुख मोहन भागवत का बयान
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बलात्कार को लेकर कहा था कि भारत में बलात्कार नहीं होते, बल्कि इंडिया में बलात्कार हो रहा है। उन्होंने कहा था कि आप भारत के गांवों और जंगलों को देख लीजिए, जहां किसी भी तरह के सामूहिक बलात्कार की घटना प्रकाश में नहीं आती और ना ही कोई यौन अपराध की घटनाएं होती हैं। ये शहरी क्षेत्रों में ही होती हैं। मोहन भागवत के इस बयान के बाद इसकी देश भर में तीखी आलोचना हुई थी।
केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार का विवादित बयान
पिछले साल केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने देशभर में बलात्कार की घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए बेहद विवादित बयान दिया था कि इतना बड़ा देश है इस देश में यदि बलात्कार की एक-दो घटनाएं घट भी जाती हैं तो इसका बतंगड़ नहीं बनाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण जरूर हैं, लेकिन इन्हें रोका नहीं जा सकता है। संतोष गंगवार के इस बयान के बाद देशभर में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा था और इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन भी हुए थे।
कृषि वैज्ञानिक अनिता शुक्ला ने कहा था
दिल्ली में जब निर्भया कांड के बाद पूरा देश निर्भया को न्याय दिलाने की मांग कर रहा था तो उस वक्त कृषि वैज्ञानिक अनीता शुक्ला ने बेहद विवादास्पद बयान देते हुए कहा था कि छः पुरुषों के सामने यदि बलात्कार पीड़िता ने आत्मसमर्पण कर दिया होता तो उसकी आंत निकालने की नौबत ही नहीं आती। अनीता शुक्ला के इस बयान ने भी देश को शर्मसार करने का काम किया था।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की ओछी सोच
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी बलात्कार को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया था, जिसके बाद देशभर में राजनीति गरमा गई थी। दिग्विजय सिंह ने कहा था कि भगवा वस्त्र पहनकर लोग बलात्कार कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि मंदिरों में बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। दिग्विजय के इस बयान के सामने आने के बाद देशभर में विरोध-प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया था।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का बेतुका बयान
बलात्कार के लिए लड़कियों को जिम्मेदार ठहराने वाला एक बयान देकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी बीते साल नवंबर में आलोचना का शिकार हो गए थे। उन्होंने इसे लेकर बेहद विवादित बयान देते हुए कहा था कि बहुत से मामलों में तो ऐसा होता है कि काफी समय तक ये लोग साथ में घूमते-फिरते हैं और एक दिन यदि इनके बीच अनबन हो जाती है तो उसी दिन जाकर एफआईआर दर्ज करवा देते हैं कि इसने मेरे साथ बलात्कार किया है। खट्टर के इस बयान को लेकर लोगों ने जमकर विरोध किया था। बाद में उन्हें इसके लिए सफाई भी देनी पड़ी थी।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के राज ठाकरे का शर्मनाक बयान
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के बेटे राज ठाकरे ने बलात्कार को लेकर बेहद विवादास्पद बयान देते हुए कहा था कि बलात्कार, बलात्कार आज सभी लोग चिल्ला रहे हैं, मगर यह कोई नहीं कह रहा है कि ये सभी बलात्कारी बिहार के हैं। राज ठाकरे के इस बयान पर भी देशभर से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई थी।
कांग्रेस नेता बोत्सा सत्यनारायण की शर्मनाक नसीहत
आंध्र प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बोत्सा सत्यनारायण ने बलात्कार को लेकर एक बेहद शर्मनाक बयान देते हुए कहा था कि भारत को यदि आधी रात में आजादी मिली थी तो इसका यह मतलब कतई नहीं निकाला जा सकता कि महिलाओं को अकेले रात के अंधेरे में बाहर निकल जाना चाहिए। बोत्सा सत्यनारायण का यह बयान सामने आने के बाद देशभर में तो इसकी आलोचना हुई ही थी, साथ ही कांग्रेस ने इसे इनका व्यक्तिगत बयान करार देते हुए इससे पल्ला झाड़ने की कोशिश की थी।
पश्चिम बंगाल के विधायक अनिसुर रहमान का बेतुका सवाल
एक बार जब बलात्कार पीड़ितों के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से 20 हजार रुपये मुआवजा दिए जाने की घोषणा की गई थी तो पश्चिम बंगाल के विधायक अनिसुर रहमान ने बेहद शर्मनाक बयान देते हुए कहा था कि ममता दी से वे यह सवाल करना चाहते हैं कि बलात्कार कराने के लिए वे कितने पैसे लेंगी। उन्हें कितना मुआवजा चाहिए? यह बयान भी देशवासियों को शर्म से पानी-पानी कर देने वाला था।
आसाराम बापू ने कहा था
बलात्कार के मामले में जेल की सजा काट रहे आसाराम बापू ने एक बार इसे लेकर कंट्रोवर्सियल स्टेटमेंट देते हुए कहा था कि जितने दोषी बलात्कार करने वाले हैं, उतनी ही दोषी इसका शिकार हुई बेटियां भी हैं। यदि उसने भाई कहकर अपराधियों को पुकारा होता तो ना केवल उसकी इज्जत बच जाती, बल्कि उसकी जान भी नहीं जाती। उन्होंने कहा था कि ताली एक हाथ से नहीं बज सकती है। आसाराम बापू के इस बयान ने देश को और विशेषकर आधी आबादी को बहुत आहत किया था।
भाजपा नेता बनवारी लाल सिंघल की अजीब सोच
भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान के नेता और विधायक बनवारी लाल सिंघल ने बेहद शर्मनाक बयान देते हुए कहा था कि स्कूली छात्राओं के यौन उत्पीड़न के मामले इसलिए बढ़ रहे हैं, क्योंकि वे स्कर्ट पहनती हैं। उनकी ऐसी सोच रखने के लिए हर ओर कड़ी आलोचना हुई थी।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे व कांग्रेस नेता अभिजीत मुखर्जी बोले थे
जब निर्भया कांड हुआ था तो उस दौरान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे और कांग्रेस सांसद अभिजीत मुखर्जी ने एक बेहद कंट्रोवर्सियल स्टेटमेंट देते हुए कहा था कि कॉलेज हम भी गए हैं और हमें मालूम है कि कॉलेज में किस तरह के बच्चे पढ़ते हैं। उन्होंने कहा था कि रात में डिस्को जाना और दिन में कैंडल लेकर सड़कों पर उतारना फैशन बन गया है। पीड़िता के लिए न्याय मांग रही महिलाओं पर ओछी टिप्पणी करते हुए मुखर्जी ने यह भी कहा था कि बच्चों के साथ जो विरोध करने के लिए ये सुंदर-सुंदर महिलाएं सज-संवर कर आ रही हैं, उन्हें नहीं लगता कि वे स्टूडेंट भी होंगी। इसके बाद जब विरोध-प्रदर्शन उनके बयान को लेकर शुरू हुआ तो अभिजीत मुखर्जी को इसके लिए माफी मांगनी पड़ी थी।
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय का विवादास्पद बयान
मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने बलात्कार को लेकर एक बेहद विवादास्पद बयान देते हुए कहा था कि महिलाओं को इस बात का ध्यान हमेशा रखना पड़ेगा कि वे लक्ष्मण रेखा लांघने की भूल ना करें। यदि वे ऐसा करेंगे तो उन्हें इसके पार रावण खड़ा हुआ नजर आएगा। बेहतर होगा कि वे हमेशा मर्यादा में ही रहें। इस बयान के लिए कैलाश विजयवर्गीय की देशभर में खूब आलोचना हुई थी। साथ ही इसने देश को शर्मसार भी किया था।
छत्तीसगढ़ के नेता ननकी राम कंवर का शर्मनाक बयान
छत्तीसगढ़ के तत्कालीन गृह मंत्री ननकी राम कंवर ने दिल्ली में हुए निर्भया कांड के बाद बेहद बेतुका बयान देते हुए कहा था कि देखिए यह 2012 जाते-जाते क्या लेकर चला गया है। उन्होंने कहा था कि इसे पूरा महिलाओं का चीरहरण ही आप समझ लीजिए। ग्रहों के विपरीत होने की वजह से यह होने वाला नुकसान हो सकता है। उनके इस बयान पर देशभर से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई थी।
VHP नेता अशोक सिंघल ने कहा था
विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल ने भी बलात्कार को लेकर बेहद शर्मनाक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि हम पश्चिमी सभ्यता की जो नकल कर रहे हैं, उसी वजह से महिलाओं के खिलाफ आपराधिक घटनाओं में तेजी से इजाफा होता जा रहा है। उनके इस लॉजिक की लोगों ने कठोर आलोचना की थी।
देश की जानी-मानी हस्तियों के बलात्कार को लेकर इस तरह के बयान दिए जाने के बाद न केवल आधी आबादी बेहद आहत हुई थी, बल्कि इसकी वजह से देश का भी सिर दुनिया के सामने शर्म से झुक गया था। इस वक्त जब देश हैदराबाद की बलात्कार पीड़िता डॉक्टर के लिए इंसाफ मांग रहा है, तो ऐसे वक्त में इस तरह के बयान फिर से सामने न आएं, देश ऐसी उम्मीद करता है।