भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट के अंदर घुसकर की एयर स्ट्राइक से हर कोई सेना पर गर्व कर रहा है। लेकिन ये एक सवाल सबके मन में उठ रहा है कि इस एयर स्ट्राइक में कितने आतंकवादी मारे गए। मीडिया रिपोर्ट में अलग अलग तरह के नंबर दिखाए गए, लेकिन किसी भी आंकड़े की पुष्टि नहीं है।
बता दें कि एयरफोर्स चीफ ने सोमवार को कोयंबटूर में एक प्रेस कांफ्रेंस में ये बात सपष्ट किया कि पकिस्तान पर की गयी स्ट्राइक में दरअसल कितने लोग मारे गए ये हम नहीं गीन रहे थे, हमारा काम था टारगेट पर हमला करना ।
उन्होंने ये भी कहा कि भारत सरकार आपको बताएगी कि आखिर कितने लोग मारे गए ।
इस बाबत देखने वाली बात ये है कि, जब एयर फोर्स ये आंकड़ा नहीं बता पा रही है तो बीजेपी व कुछ मीडिया चैनल इस आंकड़े को कैसे पेश कर सकते हैं ?
अमित शाह ने कर दिया दावा
इस आंकड़ों की कवायद में भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख अमित शाह भी कूद गए हैं, शाह ने बयान देते हुए कहा कि वायुसेना की एयर स्ट्राइक में 250 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं। इसके बाद से राजनीति तेज हो गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल समेत कई नेताओं ने अमित शाह के दावे पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या अमित शाह को सेना के द्वारा दिए गए बयान पर भरोसा नहीं है।
अमित शाह ने साथ ही ये भी कहा कि जब विंग कमांडर अभिनंदन को पकड़ा गया तो लोग आलोचना करने लगे, लेकिन युद्ध है तो एक जवान पकड़ा भी जा सकता है। वहीं अपनी सरकार की तारीफ में शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार का प्रभाव ऐसा था कि विश्व में सबसे जल्दी कोई युद्ध कैदी वापस आया है, तो वो अभिनंदन है।
क्या अमित शाह के मुताबिक़ सेना झूठ बोल रही है?
सेना ने साफ़ साफ़ कहा है कि कोई मरा या नहीं मरा या कितने मरे, ये नहीं कहा जा सकता।
अपने चुनावी फ़ायदे के लिए क्या अमित शाह और भाजपा सेना को झूठा बोल रहे हैं?
देश को सेना पर भरोसा है। क्या अमित शाह और भाजपा को सेना पर भरोसा नहीं? https://t.co/IkBh92hT5e
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 4, 2019
कांग्रेस ने शाह को घेरा
अमित शाह के द्वारा किए गए दावे पर कांग्रेस ने सवाल खड़े कर दिए हैं। मनीष तिवारी ने कहा कि जब वायुसेना के अधिकारियों ने किसी भी तरह के आंकड़ों को बताने से इनकार किया था, तो फिर अमित शाह इस तरह का बयान क्यों दे रहे हैं। क्या ये एयरस्ट्राइक को राजनीति से जोड़ना नहीं हुआ।
वहीं मनीष तिवारी के अलावा कपिल सिब्बल ने भी सवाल खड़े किए है और ट्वीट कर कहा कि दुनिया के कई अखबार कह रहे हैं बालाकोट में कुछ नहीं हुआ, तो क्या वो सभी पाकिस्तान समर्थक हैं?
Modiji :
Is international media :
1) New York Times
2) London based Jane's Information Group
3) Washinton Post
4) Daily Telegraph
5) The Guardian
6) Reutersreporting no proof of militant losses at Balakot pro-Pakistan ?
You are guilty of politicising terror ?
— Kapil Sibal (@KapilSibal) March 4, 2019
26 फरवरी को की थी एयर स्ट्राइक
आपको बता दें कि 26 फरवरी को पाकिस्तान की सीमा में घुसे वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को तबाह किया था। वायुसेना ने अपने बयान में कहा था कि उनके निशाने टारगेट पर लगे हैं, जो वो करना चाहते थे वो किया है। लाशें गिनना उनका काम नहीं है।
आपको बता दें कि एयरस्ट्राइक के बाद से ही कई विपक्षी दल एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों के सबूत मांग रही हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी केंद्र सरकार से एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों के सबूत सामने रखने की बात कही थी। विपक्ष के इन सवालों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं।
रविवार को ही पटना रैली में पीएम ने कहा था कि विपक्ष के कुछ लोग इस प्रकार के सवाल उठा रहे हैं, जिससे पाकिस्तान की संसद, मीडिया को फायदा मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस प्रकार के बयान से सेना के मनोबल को तोड़ने का काम किया जा रहा है।