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एयरलाइन के जैसी खाली सीटों की ऑनलाइन जानकारी देगी भारतीय रेल

एयर लाइंस की तर्ज पर भारतीय रेलवे भी जल्द ही रेल यात्रियों को इस बात की जानकारी देना शुरू कर देगा कि किस ट्रेन में कौन सी सीट खाली है और किस डिब्बे में कौन सी सीट बुक कराई जा सकती है.

जब कोई यात्री एयरलाइंस की वेबसाइट के माध्यम से सीट बुक कर रहा होता है, तो यह सीटिंग लेआउट या सीटिंग आरेख को अलग-अलग रंग में बुक की गई सीटों के साथ दिखाता है, ताकि यात्री उन सीटों की संख्या देख सकें जो अब भी खाली हैं और बुक की जा सकती हैं। सूत्रों ने बताया एयरलाइंस में यात्री अपनी सुविधानुसार सीट का चयन कर सकते हैं और क्षमता के अनुसार भुगतान कर सकते हैं.

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे बोर्ड के मेंबर ट्रैफिक को इस बार निर्देश दे दिए हैं. रेल मंत्री ने रेलवे बोर्ड को कहा है कि वह इस तरह की जरूरी जानकारी रेल यात्रियों को जरुर मुहैया कराएं. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ये भी निर्देश दिया है कि किसी भी रेलगाड़ी में बुक हुई सीटों की जानकारी ऑनलाइन दी जाए और रिजर्वेशन चार्ट पब्लिक के लिए ऑनलाइन उपलब्ध कराए जाएं.

दरअसल, भारतीय रेलवे में जब आपको टिकट करानी होती है तो आपको यह पता चलता है कि कितनी सीटें खाली हैं, लेकिन इस बात की जानकारी नहीं मिलती है कि पूरी ट्रेन में किस सीट पर कौन सा यात्री सफर कर रहा है और कौन सी सीट खाली है. कई बार ऐसा होता है कि बुकिंग कराई गई सीट पर यात्री सफर नहीं कर रहा होता है और इस बात की जानकारी सिर्फ और सिर्फ रेलवे के स्टाफ को होती है. इस वजह से तमाम लोग टिकट चेकर का चक्कर लगाते रहते हैं और जो लोग टीटी को पैसा देते हैं, उनको सीट मिल जाती है. इस समस्या से निपटने के लिए रेलवे ने चार्ट बनने के बाद भी कैंसिल हुए टिकटों को बुक कराने का प्रबंध कर रखा है, लेकिन कितनी सीटें खाली हैं और किस पर कौन जा रहा है इस बात की जानकारी अभी भी सार्वजनिक नहीं है.

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मीडिया से मिले इनपुट के बाद रेलवे के आला अफसरों को कहा है कि वह एयरलाइन की तर्ज पर हर डिब्बे में उपलब्ध सीटों को बुकिंग के वक्त ऑनलाइन उपलब्ध कराएं, जिससे लोगों को अपनी सीट चुनने का अधिकार प्राप्त हो सके. रेलवे बोर्ड के मेंबर ट्रैफिक को रेल मंत्री ने कहा है कि वह जल्दी से जल्दी इसके लिए क्रिस और आईआरसीटीसी को आदेश दें और देखें कि यह सुविधा जल्द से जल्द कब तक उपलब्ध कराई जा सकती है.

हालांकि रेल मंत्री के निर्देश पर रेलवे के आला अफसरों ने सिक्योरिटी का हवाला देते हुए गाड़ी में सफर कर रहे यात्रियों की जानकारी सार्वजनिक न करने की दलील दी, लेकिन रेल मंत्री ने कहा कि पीएनआर के साथ इस तरह की जानकारी दी जा सकती है और लोगों के नाम को सार्वजनिक करना है या नहीं इस पर रेलवे बोर्ड अपना फैसला ले सकता है.