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कन्हैया को ही बाहरी साबित कर बेगूसराय में गिरिराज ने अपने पक्ष में यूं बनाया माहौल

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनावों के दौरान अगर देश की सबसे हॉट सीटों की बात करें तो एक है बिहार कि बेगूसराय जहाँ पर लड़ाई इज्जत की बन गई है| सीपीआई के कन्हैया कुमार, बीजेपी के गिरिराज सिंह और आरजेडी के तनवीर हसन के बीच मुकाबला है| वैसे तो दुनियाभर के सर्वे अभी तक कन्हैया की आगे बता रहे थे लेकिन आखिरी दिन गिरिराज ने कन्हैया को बाहरी साबित करते हुए खुद को मजबूत दिखा दिया|

 

ऐसे बनाया माहौल:

गिरिराज सिंह जब नवादा से बेगूसराय गए तो उनके ऊपर अटैक हुआ कि वो बाहरी हैं| इसका फायदा शुरू में कन्हैया को मिला भी लेकिन बाद में हवा बदल गई| गिरिराज ने अपनी आक्रामकता और पिछले चुनावों वाली शैली अपनाई| जहाँ कन्हैया का प्रचार करने दिल्ली और मुंबई समेत साउथ के हीरो आ रहे हैं तो वही गिरिराज सिंह ने स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओ के ऊपर पूरा दारोमदार सौंप कर स्थानीय होने का बिगुल फूंक दिया| बीजेपी के कार्यकर्त्ता वो भी स्थानीय कार्यकर्त्ता घर-घर जाकर प्रचार कर रहे हैं| कन्हैया के पास स्थानीय कार्यकर्त्ता कम है| अधिकतर लोग जेएनयू से हैं और बाकी बाहर से आये सुपरस्टार लोग जो की बेगूसराय पहली बार आये थे| इसका फायदा उठाते हुए गिरिराज ने कन्हैया को बाहरी साबित कर दिया और खुद के स्थानीय कार्यकर्ताओ से खुद को बेगूसराय का साबित करवाया| ये गिरिराज सिंह कि वो राजनीति है जो की अनुभव से कि जाती है और कन्हैया जैसे नए आये नेता इसे नहीं समझते हैं| यानी की गिरिराज सिंह तो स्थानीय नहीं थे लेकिन स्थानीय होने का लाभ वो कन्हैया को भी नहीं लेने देना चाहते हैं|

 

एक तरीका ये भी:

गिरिराज सिंह ने कन्हैया के बारे में ये बातें फैलानी शुरू कर दी की कन्हैया चुनाव से पहले कितनी बात बेगूसराय आये हैं| कितनी बार यहाँ रुकें हैं| हमेशा बाहर रहने वाले कन्हैया बस चुनाव लड़ने आये हैं और फिर चले जायेगे| ये बातें गली मोहल्लो में जाकर बताई जा रही है| वही तनवीर हसन और कन्हैया के बीच बटते वोट भी गिरिराज को फायदा दे रहे हैं|

 

ये राजनीति गिरिराज सिंह ने अब जाकर खेली है जो की कन्हैया के लिए मुश्किल का सबब है| ऐसे में कन्हैया कुमार कि मुश्किलें बढ़ गई वो भी चुनाव से एक दिन पहले

Ambresh Dwivedi

Ambresh Dwivedi

एक इंजीनियरिंग का लड़का जिसने वही करना शुरू किया जिसमे उसका मन लगता था. कुछ ऐसी कहानियां लिखना जिसे पढने के बाद हर एक पाठक उस जगह खुद को महसूस करने लगे. कभी-कभी ट्रोल करने का मन करता है. बाकी आप पढ़ेंगे तो खुद जानेंगे.