नई दिल्ली: बीते लोकसभा चुनावों से लेकर अब तक लगातार “चायवाले” शब्द पर राजनीति हो रही है| पीएम मोदी ने खुद कबूला है, वो पहले चाय बेचते थे लेकिन अब एक और चायवाले की एंट्री बीजेपी में हो सकती है| ये चायवाला पीएम मोदी के बेहद करीब है और मोदी पर इसका एक एहसान भी है| इनका नाम है किरण और ये बड़ोदरा शहर में चाय की दुकान लगाते हैं|
किये थे दस्तखत–
बीते लोकसभा चुनावों में जब पीएम मोदी ने इस सीट से नामांकन भरा था तब इन्होने ही मोदी के हलफनामे पर दस्तखत किये थे| मोदी से इनका ख़ास रिश्ता है| उस समय से लाइमलाइट में आये थे और अब टिकट की मांग कर रहे हैं| इनका कहना है की बीजेपी ही ऐसी पार्टी है जो की एक चायवाले को मौका दे सकती है और मैं भी इस उम्मीद में हों की मुझे भी टिकट दिया जाए| मोदी ने जब पिछली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी तब इन्हें आमंत्रण भी भेजा था|
तो क्या देगी बीजेपी टिकट–
हालाँकि मोदी के करीबी होने और उनके हलफनामे में दस्तखत करने से कोई पार्टी टिकट नहीं देती है| बल्कि उसके लिए एक जनाधार होना चहिये| इसके अलावा यह सीट बीजेपी की परंपरागत सीट है| साल 1999 से इस सीट में बीजेपी का कब्ज़ा है और वो किसी भी नए चेहरे को इससे उतारकर खुद की ये सीट नहीं खोना चाहती है| मोदी भी इस सीट से चुनाव लड़कर जीते थे लेकिन बाद में उन्होंने यह सीट छोड़ दी थी| इसके बाद हुए उपचुनावों में बड़ोदरा की डिप्टी मेयर रंजनाबेन चुनाव लड़ी थीं और जीती भी थीं|
हालाँकि इस चायवाले की दावेदारी ने कही ना कही राजनीती में एक गर्माहट ला दी है और हर कोई ये सोचने लग गया है की बीजेपी में एक और चायवाला आने वाला है|