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मोदी सरकार की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी हुई फ्लॉप, पहली बारिश में ही हालत खस्ता

मोदी सरकार ने अपने 5 सालों में बहुत नाम बदलें है और कई नामों को अलग पहचान दिलाने की कोशिश की है। साथ ही ये राजनीति के साथ-साथ लोगों की भावना को भी छूता हुआ नजर आया। देश में एक ऐसे ही शख्स थे, जिनका पहले से ही सम्मान काफी था, लेकिन भारतीय जना पार्टी और मोदी सरकार को हमेशा से लगता रहा है कि उन्हें हमारे देश में महत्व नहीं दिया जाता है। वो थे सरदार पटेल, ये वो शख्स थे, जिन्होंने इस देश को जोड़ने में और आजादी की लड़ाई में बहुत अहम भूमिका निभाई थी। इनके सम्मान में कुछ ही वक्त पहले नरेंद्र मोदी ने गुजरात में एक महान प्रतिमा लगाई जिसमें कुल 3 हजार करोड़ की लागत आई। इस प्रतिमा का नाम स्टैच्यू ऑफ यूनिटी रखा गया था।

फ्लॉप हो गई स्टैच्यू ऑफ यूनिटी

देश में मॉनसून आ गया है और ऐसे में पहली बारिश का सामना कर रहा ये स्टैच्यू ऑफ यूनिटी फ्लॉप हो गया है। जी हां इसकी दर्शक गैलरी में बारिश का पानी घुस गया है और उस दौरान यहां पर घूमने आए पर्यटकों ने फर्श पर पानी फैलने और छत से पानी टपकने की वीडियो भी बना ली है, जिसे काफी ज्यादा सोशल मीडिया पर देखा जा रहा है। इसके साथ ही ये मोदी सरकार की नाकामी को भी दर्शाता है कि कैसे कुछ ही महीनों पहले बनी इमारत का ये हाल हो गया है कि उसमें बारिश का पानी घुस गया है। इस स्टैच्यू को विश्व का सबसे बड़ा स्टैच्यू में से एक कहा जा रहा है और अमेरिका की स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से भी इसकी तुलना कई बार भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के द्वारा की गई है।

अभी तो बारिश पूरी तरह से हुई नहीं

अधिकारियों ने बताया कि 135 मीटर ऊंची इस गैलरी के सामने ग्रिल लगा हुआ है जिससे भारी बारिश के दौरान तेज हवा के साथ पानी घुस जाता है और सोशल मीडिया पर वीडियो साझा करने वालों ने इस स्थिति पर निराशा प्रकट की है। नर्मदा जिले के केवड़िया में 182 मीटर ऊंची सरदार पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी दुनिया में अपनी तरह की सबसे ऊंची प्रतिमा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 31 अक्टूबर को ही इस प्रतिमा का उद्घाटन किया था और इसे बनाने में लगभग 3000 करोड़ रुपये का खर्चा आया था। एक पर्यटक ने संवाददाताओं से कहा कि हम दुनिया की इस सबसे ऊंची प्रतिमा को देखने के लिए बड़ी आस के साथ आए थे। लेकिन हमें प्रतिमा के अंदर बारिश का पानी घुसा हुआ देख काफी ज्यादा बुरा लग रहा है। अभी तो भारी बारिश हुई भी नहीं है लेकिन मुख्य सभागार और दर्शक गैलरी में पानी भर गया है। ये काफी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, स्टैच्यू के अधिकारियों का कहना है कि गैलरी के फर्श पर आ रहे पानी को लीकेज नहीं कहा जा सकता है।

सीईओ ने दी सफाई

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आईके पटेल ने कहा कि गैलरी के खुले होने के कारण इसका फर्श पानी से भर जाता है। उन्होंने कहा कि गैलरी को खुला रखने का उद्देश्य लोगों को प्राकृतिक रूप में वहां की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने देने का था। पीछे की तरफ एक कांच लगा है और वहां कोई पानी इकट्ठा नहीं है। उन्होंने कहा कि हालांकि, स्टेच्यू की छाती पर गैलरी के सामने डिजाइन के अनुसार खुला है और ये स्वाभाविक है कि वहां पर बारिश का पानी आ जाएगा। इस हिस्से में कोई रिसाव नहीं है क्योंकि छत से टपकने वाला पानी भी उसी बारिश का पानी है। हालांकि, पटेल इस बात से सहमत थे कि शनिवार सुबह सीलिंग के कई हिस्सों से बेस में प्रदर्शनी हॉल के रिसाव की सूचना है। पटेल ने कहा कि हमने प्रदर्शनी हाल को तुरंत सही करने के लिए एल एंड टी से कहा है और कहीं और कोई लीकेज नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा कि गैलरी का जो अगला हिस्सा खुला है उसे बंद नहीं किया जाएगा।