TaazaTadka

मोदी जी! आपने संसद में जय श्री राम तो बुलवा दिया अब इन मुद्दों में कब बात करेंगे

नई दिल्ली:

हम और आप सारे काम नहीं कर सकते और ना ही देश की सभी समस्यायों पर विचार कर सकते हैं| इसीलिए हम जनप्रतिनिधि चुनते हैं और उन्हें संसद में भजते है कि वो इसे हमारी तरफ से देश की सभी समस्यायों को उठाये और उनका हल निकाले| लेकिन दुर्भाग्य है इस देश का और यहाँ के देशवासियों का जो संसद में इन गंभीर समस्याओं पर चर्चा होने के वजाय हमारे नेता धार्मिक नारे लगा रहे हैं|

 

इन मुद्दों कब होगी चर्चा-

शपथग्रहण के दौरान किसी ने जय श्री राम, किसी ने हर हर महादेव तो किसी ने राधे-राधे के नारे लगाये| लेकिन उसके बाद किसी भी संसद ने जरूरी मुद्दा नहीं उठाया|

1 – दुनिया में भारत के सामने सबसे बड़ा संकट है जलवायु और प्रदूषण का लेकिन उसके बारे में कोई बात नहीं कर रहा है| लगातार काटे जा रहे पेड़ और देश में बढती प्लास्टिक की मात्रा एक चिंता का विषय है| ग्लोबल वार्मिंग लगातार देश में हावी हो रही है और भविष्य में इंसान अगर सड़क में चलते-चलते गर्मी से मर जाए तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी| इतने भयानक जलवायु संकट के बारे में चर्चा करने के लिए हमारे नेताओं के पास समय नहीं है|

 

2 – इसके अलावा दूसरी सबसे बड़ी समस्या है पानी कि जो की अब विकराल रूप धारण कर रही है| चेन्नई के हाल हम सबको पता है| वहां पर वाटर लेवल खत्म हो चुका है| चेन्नई में पानी के लिए मर्डर हो जाए अब ये कोई बड़ी बात नहीं है| वहां के मेट्रो में एसी बंद कर दिए गए| लेकिन इतनी गहन समस्या के बाद भी कोई भी नेता इस मामले में बात करने को तैयार नहीं और ना ही कोई इसके लिए सवाल उठता है| यकीन मानिए साल 2040 तक देश में पीने का पानी का नहीं बचेगा और सब पानी के लिए ऐसे भटक रहे होंगे जैसे आज हम पैसे के लिए भटकते हैं कि कही से थोडा बहुत जुगाड़ हो जाए| लेकिन ना पीएम और ना ही जलवायु विभाग और ना ही जल मंत्रालय इस बारे में बात कर रहा है|

 

3 – म़ाब लिंचिंग एक ऐसा शब्द है जो कि बीते पांच सालों में आस्तित्व में आया है| अब भीड़ सड़को में निर्णय कर रही है| लोग जबरन अपने धर्म की बातें बुलवाने के लिए किसी को मार देते हैं| सड़को में एक शख्स सिर्फ इसीलिए मार दिया जाता है कि उसने जय श्री राम के नारे नहीं लगाये| सोचिये एक दिन ऐसा आएगा जब हमे और आपको सड़क में रोककर एक धर्म विशेष के बारे में बताने को कहा जाएगा| उस दिन क्या होगा शायद हम भी मारे जायेगे| वो एक शेर है कि “उसके क़त्ल पर मैं भी चुप था, मेरा नम्बर अब आया, मेरे क़त्ल आर आप भी चुप हो अगला नम्बर आपका है”| इस मामले में खुद पीएम और कोई भी नेता बोलने को तैयार नहीं है|

 

4 – देश में लगातार बढती बेरोजगारी एक ऐसी समस्या है जिसके ऊपर कोई भी नेता बोलना नहीं चाहता है| ना पक्ष ना विपक्ष कोई भी इस मुद्दे में बात नहीं करना चाहता| सुबह से शाम तक एक पढ़ा लिखा युवा अपना रिज्यूमे लेकर कंपनियों के चक्कर काट रहा है लेकिन वो कंपनी इतनी सक्षम नहीं रही कि वो जॉब दे सके| इस बारे में कौन बात करेगा, किसी दूसरे देश के नेता को तो हमे वोट नहीं दिया था जो इस बारे में बोले और उसका हल निकाले| लेकिन दुर्भाग्य है देश का कि इस बारे में बोलने को कोई तैयार नहीं है|

 

ये समस्याएं तो मुख्य है लेकिन इसके अलावा शिक्षा का गिरता स्तर, रोज हो रहे बलात्कार, भूख से मरते बच्चे किसी को दिखाई नहीं देते हैं| ये हमारा और आपका दुर्भाग्य है कि हमने सदन में ऐसे लोग चुनकर भेजें हैं जो कि सिर्फ धार्मिक उन्माद फैलाते है ना कि मुद्दों में बात करते हैं|