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जहां ना पहुंची भारतीय एजेंसी और सरकार, वहां पहुंचा पत्रकार

भारतीय बैंक पंजाब नैशनल बैंक का 14 हजार करोड़ रुपये लेकर देश से बाहर भागे नीरव मोदी को सरकार और एजेंसियां ढूंढ रही है, लेकिन वो लंदन के वेस्ट एंड में एक आलीशान अपार्टमेंट में मस्त जिंदगी जी रहे हैं और उसने वहीं पर हीरे का नया कारोबार भी शुरू कर दिया है। नीरव मोदी को लंदन में द टेलीग्राफ के संवाददाता ने ढूंढ निकाला है। संवाददाता ने इस दौरान नीरव मोदी से कई सवाल किए, जिनके जवाब में वो सिर्फ No Comments कहता रहा।

यूके डेली टेलीग्राफ ने शनिवार सुबह ‘Exclusive: India’s most wanted man Nirav Modi – accused of £1.5 billion fraud -living openly in London’ नाम के शीर्षक के साथ भगोड़े नीरव के साथ की एक विडियो डाली है। इस विडियो में खुलासा किया है कि 48 साल के नीरव मोदी ऑक्सफोर्ड स्ट्रीट के पास एक लग्जरी फ्लैट में रहता है और सोहो में हीरे का एक नया बिजनेस शुरू किया है। वीडियो में नीरव मोदी एक नए लुक में नजर आ रहा है। वो काफी स्वस्थ दिखाई दे रहा है। भारत सरकार के सूत्रों ने बताया कि नीरव मोदी ने प्रत्यर्पण से बचने के लिए हो सकता है लंदन में प्लास्टिक सर्जरी कराई हो।

रिपोर्टर ने नीरव मोदी से पूछा कि आपके ऊपर कई लोगों के काफी सारे कर्जे हैं, इस बारे में आप क्या कहेंगे, जिसका जवाब नीरव ने ‘नो कॉमेंट’ में दिया। संवाददाता ने पूछा कि आपने जिनके पैसे लिए हैं, वो आपको ढूंढ रहे हैं, जिसके जवाब में नीरव मोदी ने ‘सॉरी, नो कॉमेंट’ ही दोबारा से कहा।

जब उससे पूछा गया कि उनका लंदन में वो कितने दिनों तक रहने वाले हैं, तो इसपर भी नीरव ने चुप्पी साधी रखी और कुछ भी जवाब नहीं दिया। रिपोर्टर ने कहा कि अधिकारियों ने उनसे कहा है कि आपने पॉलिटिकल असाइलम के लिए अप्लाई किया और उन्होंने ये भी कहा कि आप प्रत्यर्पण आवेदन के अधीन हैं, क्या आपको लगता है कि प्रत्पर्पण होना चाहिए, जिसका जवाब नीरव मोदी ने ‘सॉरी नो कॉमेंट’ में ही दिया। संवाददाता ने जब उनसे पूछा कि आप सारे सवालों पर चुप्पी नहीं साध सकते हैं तो भी नीरव कुछ नहीं बोला।

इसके अलावा संवाददाता ने पूछा कि आप अपने मित्र या सहयोगियों के बारे में कुछ बता सकते है, इस पर नीरव ने कुछ नहीं कहा और वो आगे की तरफ बढ़ता रहा। आखिर में संवाददाता के किसी भी सवाल का जवाब दिए बिना ही नीरव मोदी टैक्सी लेकर निकल गया। गौरतलब है कि भारतीय अधिकारियों के आवेदन पर नीरव मोदी की गिरफ्तारी के लिए पिछले साल जुलाई में इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था, लेकिन वो अभी तक गिरफ्त से बाहर है।