नई दिल्ली: रोज की तरह आज भी सूर्योदय हुआ लेकिन आज कई चेहरों में एक उम्मीद की रौशनी भी जगी. अरे भाई खबर जो आ गई थी की कल से शराब की दुकान खुलने वाली है. ऐसे में आज फिर से शहर की सडकें आम हो गई. ऐसे में एक नज़ारा देखने को मिला जब एक युवक जो सोशल मीडिया और मोहल्ले में सोशल डिस्टेंस को लेकर सबसे अधिक ज्ञान देता था आज वो दारू के लिए ठेके के लाइन में सबसे आगे खड़ा दिखाई दिया.
बोला भटक गया था राह– मोहल्ले में रहने वाले गुप्ता जो बताते हैं की युवक पूरा दिन सोशल डिस्टेंस की बातें करता रहता और सबसे आगे खड़ा ठेके के लाइन में था. किसी को छूना नहीं है और कोरोना से बचकर रहना है. ऐसे में जब गुप्ता जी ठेके पर पहुंचे तो उन्होंने सबसे आगे उसी युवाको को देखा. हैरान होकर कारण पूछा तो युवक ने कहा की वो भटक गया था. लगातार कई दिनों से दारु ना मिलने की वजह से वो अनर्गल बातें करने लगा था. ये कहते हुए उसने एक देसी पव्वा गट करके खीच गया.
गुप्ता जी ने दी पापा से बताने की धमकी– हमेशा की तरह गुप्ता जी ने आज भी अपनी वही पुरानी बात दोहराई की बहुत दिनों से तुम्हारे पापा से नहीं मिला. आज मिलकर उन्हें सब बताता हूँ. युवक ने सिगरेट का एक कस लेते हुए कहा की “मैंने अपने लिए तो ले ली है और अभी व्हिस्की लेने के लिए खड़ा जोकि पापा ने मंगवाई है. और हाँ अगर आप बताने के लिए घर तक जा ही रहे हैं तो ये बोतल उन्हें दे दीजिएगा. मैं थोड़ा अगले ठेके में जाकर बियर का जुगाड़ करके आता हूँ. युवक की ये बातें सुनकर गुप्ता जी हैरान हो गए. उन्होंने कहा की लगता है लॉकडाउन के दौरान मोहल्ले के लड़को के मन में अपना डर भी खत्म हो गया है.
Read More :-इस मुश्किल वक्त में दुनिया के लिए एक खत, जो उम्मीदों से भरा हुआ है
महासभा की नाराजगी– वहीँ कुछ राज्यों से खबर आई है कि ठेकों पर अफरा-तफरी मचने से दुकानों को बंद कर दिया गया है. इस बात को लेकर अखिल भारतीय पिअक्कड़ महासभा ने नाराजगी जताई है. सभा के अध्यक्ष दारुलाल श्रीवास्तव ने देसी दारू का एक लम्बा पैग मारते हुए कहा की “शराबी भाईओं के साथ ये अन्याय नहीं सहेगा हिंदुस्तान…..इतना कहकर वो गिर गए. अब हमै पहुंचा रहे हैं घर उन्हें.