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सियाचिन ग्लेशियर को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है। एक ओर भारत की सेना तो दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना यहां हमेशा आंख गड़ाए बैठी हुई नजर आ जाती है।

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लोगों ने थाली को कोरोना वायरस समझकर बजाया, हुआ अधमरा

कोरोनवा भारत आकर गलती कर दी.क्योकि इसे नहीं पता था कि रविवार शाम पांच बजे थाली समझकर कोरोना को बजा दिया और वो अधमरा हो गया.
Troll Ambresh Dwivedi 23 March 2020
लोगों ने थाली को कोरोना वायरस समझकर बजाया, हुआ अधमरा

नई दिल्ली: जानते हैं दुनिया में एक वायरस चल रहा है, नाम है कोरोना जिसे हमारे देश में कोरोनवा कहा जा रहा है. ये बाकी देशों तक ठीक था लेकिन इसमें भारत आकर गलती कर दी. क्योकि इसे नहीं पता था कि रविवार शाम पांच बजे थाली बजाकर इसकी हालत पतली कर दी जाएगी. ऐसा ही हुआ जब लोगों ने थाली समझकर कोरोना को बजा दिया और वो अधमरा हो गया.

लोगों ने जमकर धोया

कोरोना वायरस खूब उछल रहा था और देश के लोग देख रहे थे की अपने से मान जाए और चला जाए तो बढ़िया है. लेकिन नहीं माना और कूटा गया खूब. शाम को पांच बजे जैसे ही कोरोना अपनी शिफ्ट खत्म करके लौट रहा था वैसे ही लोगों ने थाली बजानी शुरू कर दी. फिर क्या देखते ही देखती कोरोनवा का दिमाग घूमने लगा और वहीँ बेहोश हो गया. इसके बाद कुछ लोग सड़कों पर निकल आए (हाँ वो अलग बात है कि जनता कर्फ्यू था) और कोरोना उन्हें दिखा गया. लोगों ने कोरोना को धोना चालू किया और अधमरा कर दिया. अधमरी हालत में कोरोना अपनी जान बचाकर भागा. इसके बाद वो वापिस लौटने के जुगाड़ में है लेकिन हर जगह उसकी खोज हो रही है जिससे कोरोना निकल नहीं पा रहा.

अमेरिका बोला “ओ मोर मैया”-

भारत के द्वारा कोरोना वायरस की ऐसी हालत किए जाने के बाद अमेरिका हैरान है. उसने कहा है कि ये कैसा इलाज है जो आजतक हम लोगों के दिमाग में आया ही नहीं. एक झटके में कोरोना खत्म. थाली बजाओ कार्यक्रम पर हम सबको रिसर्च करना चाहिए.

थाली बजाओ कार्यक्रम के बाद कोरोना का कहीं अता-पता नहीं है. खुद को छिपाते फिर रहा है. एक आदमी को दिल्ली में दिखा था आखिरी बार शाम को छ बजे उसके बाद कोई जानकारी सामने नहीं आई है.

Ambresh Dwivedi

Ambresh Dwivedi

एक इंजीनियरिंग का लड़का जिसने वही करना शुरू किया जिसमे उसका मन लगता था. कुछ ऐसी कहानियां लिखना जिसे पढने के बाद हर एक पाठक उस जगह खुद को महसूस करने लगे. कभी-कभी ट्रोल करने का मन करता है. बाकी आप पढ़ेंगे तो खुद जानेंगे.