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राहुल गांधी का बयान एक बार फिर भाजपा के लिए मददगार साबित हो गया

राहुल गांधी एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं। उनके बयान दोबारा से भाजपा के लिए मदद्गार बन गए हैं।उनका बढ़ती हुई रेप की घटनाओं पर बयान जिसने सियासी गलियारों में तूफान खड़ा कर दिया है अब वो सोशल मीडिया और भाजपा के नेताओं द्वारा काफी खींचा जा रहा है। चुनाव प्रचार के लिए राहुल गांधी झारखंड में थे और राहुल ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया है। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने केंद्र के प्रोजेक्ट मेक इन इंडिया को ‘रेप इन इंडिया’ में तब्दील कर दिया है। राहुल गांधी ने ये बात महिला सुरक्षा में लगातार हो रही चूक और हैदराबाद गैंगरेप और हत्या को ध्यान में रखकर कही है। राहुल का मानना है कि ऐसी घटनाएं विश्व स्तर पर भारत की शान में कमी लाने का काम कर रही हैं।

महिला सुरक्षा के मद्देनजर राहुल गांधी के तेवर भले ही तल्ख हों और जरूरी भी है। लेकिन भाजपा के लोगों को उनकी ये बात कहीं से भी अच्छी नहीं लगी, सत्ताधारी दल भाजपा को उन्हें राहुल गांधी की आलोचना का मौका मिल गया है। ये मामला जब से सामने आया है तभी से भाजपा लगातार ये मांग कर रही है कि अपने इस शर्मनाक बयान के लिए राहुल गांधी माफी मांगें। ऐसा ही इस वक्त सोशल मीडिया पर भाजपा आईटी सेल की तरफ से भी चलाया जा रहा है। जिसमें उनकी छवि को खराब किया जा रहा है और मेक इन इंडिया के मूल उद्देश्य को सामने ला कर उसे रेप इन इंडिया बनाया जा रहा है।

इस पूरे मामले पर जो कुछ भी हुआ, और जैसी दुर्गति राहुल गांधी की लगातार हो रही है। अगर इसे ध्यान से देखा जाए तो राहुल गांधी की राजनीतिक दशा पूरी तरह से श्रापित हो रही है। वो कुछ अच्छा करने लगते हैं तो उनका भाग्य ही कुछ ऐसा है कि लेने के देने पड़ जाते हैं और सब कुछ उल्टा पुल्टा हो जाता है। जैसे इस बयान के जरिये वो अच्छा मौका बनाना चाहते थे लेकिन फिर से असफल हो गए और भाजपा के तेज तर्रार नेता और आईटी सेल को संजीवनी मिल गई।

क्या कहा राहुल गांधी ने

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपने द्वारा दिए ‘रेप इन इंडिया’ बयान पर माफी मांगने से इनकार चुके हैं। राहुल गांधी ने कहा है कि मैं इनसे कभी माफी नहीं मांगूंगा। अपने तर्कों को वजन देने के लिए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस भाषण का हवाला दिया है जो उन्होंने 2014 के आम चुनाव के पहले दिया था। अपने भाषण में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली को रेप कैपिटल कहा था।

भाजपा द्वारा अपनी आलोचना पर राहुल ने कहा है कि, ध्यान भटकाने के लिए भाजपा वाले हल्ला कर रहे हैं। मेक इन इंडिया की बात प्रधानमंत्री ने की थी तो मैंने रेप इन इंडिया कहा है। अपनी सफाई में राहुल गांधी ने नागरिकता संशोधन बिल का भी हवाला दिया है और कहा है कि, ‘नॉर्थ ईस्ट को जला दिया है। बवाल, बेरोजगारी और मंदी से ध्यान भटकाने के लिए हमारे बयान को मुद्दा बनाया जा रहा है लेकिन मैं इनसे कभी माफी नहीं मांगूंगा।

राहुल को लेकर सत्ताधारी दल का आरोप

राहुल द्वारा रेप इन इंडिया बयान और पीएम मोदी पर उनके आरोपों के बाद भाजपा फ्रंट फुट पर आ गई है। भाजपा सांसद स्मृति ईरानी ने कहा है कि ये इतिहास में वो पहला मौका है जब कोई नेता इस बात को बहुत साफ लहजे में कह रहा है कि भारतीय महिलाओं का बलात्कार होना चाहिए। वहीं भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने भी राहुल गांधी के बयान को आधार बनाकर उनपर तीखा हमला किया है और कहा है कि पीएम मोदी ने मेक इन इंडिया की बात की जबकि राहुल रेप इन इंडिया की बात कर रहे हैं जो तमाम भारतीय महिलाओं और भारत माता का अपमान है।

साध्वी प्रज्ञा पर राहुल के बयान के कारण संकट में आई थी कांग्रेस

ये बातें तो अभी की है लेकिन राहुल गांधी की किस्मत कितनी पस्तहाल है अगर इसे समझना हो तो हम उनके उस बयान का रुख कर सकते हैं जिसमें उन्होंने भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा को आतंकी बताकर न सिर्फ खुदको बल्कि पूरी कांग्रेस पार्टी को एक बड़ी मुसीबत में डाल दिया था। दरअसल साध्वी प्रज्ञा ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहा था। साध्वी के गोडसे को देशभक्त बताने के बाद भाजपा की तीखी आलोचना हुई थी और पूरी पार्टी बैक फुट पर आ गई थी। बाद में मामला इस हद तक बढ़ गया था कि प्रज्ञा को अपने स्टेटमेंट पर माफी मांगनी पड़ी थी। अभी ये सब चल ही रहा था कि मामले को लेकर राहुल गांधी ने ट्वीट कर दिया। राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा कि आतंकी प्रज्ञा, आतंकी गोडसे को देशभक्त बता रही है। इतिहास में ये एक दुखद दिन है। राहुल गांधी का प्रज्ञा सिंह ठाकुर मामले पर इतना लिखना भर था। पूरी भाजपा राहुल गांधी के पीछे पड़ गई। खुद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने संसद में इस बात को कहा था कि राहुल गांधी उनसे माफी मांगें। साध्वी प्रज्ञा के इस बयान के बाद भी राहुल ने माफी मांगने से मना कर दिया था।

राफेल पर भी लग चुकी है राहुल गांधी की क्लास

राहुल अगर सही बात भी करें तो भी दिक्कत है। जैसे अस बार भी हुआ है और ऐसा ही उनके साथ राफेल के वक्त हुआ था। जब उन्होंने अपने अलग अलग मंचों से राफेल पर सरकार को घेरने का काम किया था। तब न सिर्फ भाजपा बल्कि सुप्रीम कोर्ट तक ने उनकी कड़ी फटकार लगाई थी।