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आखिर भारत माता का नाम लेकर कब तक अपराध करने की इजाजत मिलेगी?

एक मामला है जिसमें रेप भी शामिल है, प्यार भी है और धोखा भी है। लेकिन इन सबसे खतरनाक इसमें इंसानियत का शर्मसार होना है। ये दर्शाता है कि हम जब बात महिला की अस्मिता की करते हैं तो वो सिर्फ और सिर्फ खोखली बात होती है। दरअसल मध्य प्रदेश के अलीराजपुर में एक 16 साल की नाबालिग लड़की के बलात्कार का मामला सामने आया है।

रेप या प्यार आखिर है क्या?

इससे पहले इस मामले में कहा गया था कि ये प्यार का मामला है। लड़की ने जिस लड़के पर रेप का आरोप लगाया है कहा जा रहा है कि वो उसके साथ प्यार में थी। और लड़का पहले से शादीशुदा था। लेकिन लड़की इस बात से अनजान, उस लड़के से प्यार करती थी और लड़का लड़की से मिलने के लिए आया था। तभी गांव वालों ने दोनों को पकड़ लिया और फिर पूरे गांव में उन्हें रस्सी से बांध कर घुमाया।

इस दौरान भारत माता की जय के खूब नारे भी लगे, लेकिन बेशर्म लोग ये भूल गए कि भारत माता भी उनके इस कृत्य को देख कर रो रही होगी। नारे लगाते लोगों ने इनका वीडियो भी बनाया जो कि सोशल मीडिया और इंटरनेट पर खूब फैल गया है। इतना सब होने के बाद फिर लड़की ने पुलिस के पास जाकर रेप की शिकायत दर्ज कराई।

गांव वालों को किसने दिया हक?

अब ऐसे में कुछ सवाल जरूर बनते हैं, साथ ही आपको कुछ बातों पर गुस्सा भी आएगा और पहचान कर पाना मुश्किल होगा कि आखिर गलत कौन है? सबसे पहली बात और सवाल तो ये है कि लड़का या लड़की आपस में अगर प्यार करते हैं और वो फिजिकल रिलेशन भी बनाते हैं, तो भी गांव वालों को ये हक किसने दिया कि वो उन दोनों को बांध कर पूरे गांव के सामने बेइज्जत करें और उनकी वीडियो बना कर पूरे इंटरनेट पर फैला दें।

रेप का मामला क्यों किया दर्ज

चलो ठीक है इस बात को भी जाने देते हैं, आजकल सभी को सबसे पहले फोन निकाल कर उसमें वीडियो बनाने का चस्का जो लगा है और मोरल पोलिसिंग (Moral Policing) आज की बात तो है नहीं। ये तो सालों से चला आ रहा है और आगे भी तलता रहेगा क्योंकि लोगों को खुद ही जज बन कर फैसला जो करना होता है। लेकिन एक बात और है जो मेरे जहन में खटक रही है कि अगर लड़की लड़के से प्यार करती थी और अगर वो लड़के के साथ शारीरिक संबंध अपनी मर्जी से बना रही थी, तो फिर पुलिस के पास जाकर रेप का मामला दर्ज क्यों करवाया? क्या ये कानून का दुरुपयोग नहीं है?

तीसरी और सबसे जरूरी बात इस पूरे मामले में जो है, वो ये कि लड़का पहले से शादीशुदा है और उसने अपनी बीवी को तो धोखा दिया ही साथ ही इस नाबालिग लड़की के साथ भी गलत किया। तो इस लड़के को जो भी सजा देनी है कानून के अलावा उसका हक किसी को है तो वो सिर्फ और सिर्फ इन दोनों महिलाओं को है। किसी गांव वाले को इस मामले में बीच में बोलने और सजा देने का कोई हक नहीं है।

आखिरी और सबसे जरूरी सवाल जो इंसानियत से जुड़ा है। ये सवाल उन लोगों से है जिन्होंने ये वीडियो बनाया और पूरे इंटरनेट पर इसे फैलाया। वो लोग जो इन दोनों को जलील कर रहे हैं, उन्हीं लोगों की इस हरकत को क्या कहेंगे? क्या ऐसा करके वो सही कर रहे हैं? क्या उनका दामन सच में साफ है? या फिर वो अपना फ्रस्ट्रेशन लड़की को स्लट-शेम करके निकाल रहे हैं। दरअसल बात सिर्फ इतनी सी है कि लोगों के अंदर की इंसानियत और शर्म दोनों ही मर चुकी है। ऐसे लोगों को भारत माता की जय का नारा लगाने को कोई हक नहीं है क्योंकि इनकी हरकतें देख भारत मां परेशान ही होंगी।