Headline

सियाचिन ग्लेशियर को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है। एक ओर भारत की सेना तो दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना यहां हमेशा आंख गड़ाए बैठी हुई नजर आ जाती है।

TaazaTadka

मुसलमानों को हिंदू की विरोधी बताने वाली BJP को कभी फरमानी नाज नजर नहीं आई

मुस्लिम हमेशा हिंदू के खिलाफ बोलता है हिंदू भगवानों का अपमान करता है, लेकिन एक कलाकार फरमानी नाज इन सभी लोगों और मीडिया वालों के मुंह पर तमाचा मार रही है
Logic Taranjeet 28 August 2021
मुसलमानों को हिंदू की विरोधी बताने वाली BJP को कभी फरमानी नाज नजर नहीं आई

अक्सर कहते हैं कि कला का कोई धर्म नहीं होता है, लेकिन कुछ लोगों को ये ना तो कभी समझ आया है और ना आगे आने के आसार है। क्योंकि इन लोगों की आंखों के ऊपर सांप्रदायिकता का चश्मा चढ़ा है। हमेशा से कहा गया है कि कला खुद में ही धर्म है, कलाकार हिंदू या मुसलमान नहीं देखता है। बावजूद इसके कुछ दक्षिणपंथी लोग और मीडिया वालों को लगता है कि मुस्लिम हमेशा हिंदू के खिलाफ बोलता है हिंदू भगवानों का अपमान करता है, लेकिन एक कलाकार फरमानी नाज इन सभी सांप्रदायिक लोगों और मीडिया वालों के मुंह पर तमाचा मार रही है।

कौन है फरमानी नाज?

फरमानी नाज एक सिंगर है, जो कुछ वक्त पहले सिंगिंग रियलिटि शो इंडियन आइडल में भी नजर आई थी। लेकिन उन्हें शो अपने 2 साल के बेटे की वजह से छोड़ना पड़ा था। इंडियन आइडल एक ऐसा मंच है जो किसी भी कीमत पर कोई नहीं छोड़ना चाहता है लेकिन मां की ममता के सामने सबकुछ फीका है। मुजफ्फरनगर की फरमानी नाज ने 2 साल के बेटे के ऑपरेशन की वजह से शो छोड़ दिया। दरअसल फरमानी नाज का बेटा बोल नहीं सकता था और यूपी के मेरठ के एक निजी अस्पताल में फरमानी के बेटे का ऑपरेशन हुआ है। उनके बेटे के हलक में जन्म से ही छेद था। जब फरमानी नाज शो में थी, तभी डॉक्टरों ने बेटे के ऑपरेशन के लिए कह दिया। जिस कारण उन्हें वापिस आना पड़ा

सोशल मीडिया से मशहूर हुई थी फरमानी नाज

सोशल मीडिया किसी को भी मशहूर कर सकता है। ऐसा ही कुछ हुआ फरमानी नाज के साथ भी। उन्हें सोशल मीडिया ने काफी मशहूर किया। उन्हें गाने का शौक था, जिस वजह से गांव के 2 लोगों ने उनका एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालना शुरु कर दिया था। जिससे वो लोगों के बीच बेहद मशहूर हो गई और लोग उनकी आवाज के दीवाने हो गए। जिसके बाद वो इंडियन आइडल के मंच तक जा पहुंची थी।

गाती है सुरीले भजन

फरमानी नाज एक मिसाल है जिसे कभी कोई मीडिया चैनल या फिर सरकार के लोग मशहूर करना नहीं चाहते हैं, क्योंकि वो एक मुसलमान होकर भी कृष्ण भक्ति के गीत गाती है। मीडिया के पास बेहद फालतू एयर टाइम होता है जिसमें वो सांप बिच्छू, एलियन दिखाते हैं, लेकिन ऐसी खबरें कभी प्रमोट नहीं करते हैं क्योंकि ये जिनकी वो चापलूसी करते हैं उनके एजेंडा के खिलाफ है। एक मां की मिसाल, संगीत में निपुण, लोगों को कृष्ण भक्ति में लीन करने वाली फरमानी के बारे में खबर दिखाने या फिर सरकार की तरफ से इन्हें प्रोत्साहित करने का वक्त नहीं मिला।

इस वक्त फरमानी नाज को मीडिया और प्रशासन की बेहद ज्यादा जरूरत भी है। क्योंकि उन्होंने अपने पति पर आरोप लगाया है कि वो उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। जिसके बाद वो काफी खौफ में हैं और पुलिस से सुरक्षा की मांग कर रही है। फरमानी नाज को सिर्फ दक्षिणपंथियों का ही विरोध नहीं सहना पड़ा है बल्कि उनके अपने पति ने भी कभी उनके गाने का साथ नहीं दिया है। बल्कि हमेशा से ही विरोध किया है। पति और ससुराल के लोग शुरु से ही फरमानी पर यातनाएं करते हैं।

कुछ साल पहले मुस्लिम महिलाओं के लिए हितैषी बनने वाली भाजपा आज यूपी में अपनी सरकार होते हुए भी खामोश है। क्योंकि जितना ज्यादा वो फरमानी के मुद्दे को ऊपर उठाएंगे उतना उनकी नफरत की आग कम होगी।

Taranjeet

Taranjeet

A writer, poet, artist, anchor and journalist.