Headline

सियाचिन ग्लेशियर को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है। एक ओर भारत की सेना तो दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना यहां हमेशा आंख गड़ाए बैठी हुई नजर आ जाती है।

TaazaTadka

20 अप्रैल से छूट पाने वाले क्षेत्रों को इस तरह से चुना जाएगा!

देश में एक बार फिर से लॉकडाउन लागू कर दिया गया। पीएम ने कहा 20 अप्रैल से हर जिले और कस्बे को परखा जाएगा और हो सकता है इसके बाद से लोगों को कुछ छूट मिल सके।
Logic Taranjeet 15 April 2020
20 अप्रैल से छूट पाने वाले क्षेत्रों को इस तरह से चुना जाएगा!

कोरोना वायरस को हराने के लिए देश में एक बार फिर से लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। पीएम मोदी ने देश के नाम संबोधन में ऐलान किया है कि अब पूरा देश 3 मई तक लॉकडाउन में रहेगा। इस बार भी उन्होंने इसे एक जरूरी कदम बताया जो कि कोरोना कि जंग में जरूरी भी है। कई राज्य पहले से ही लॉकडाउन बढ़ा चुके हैं और ज्यादातर मुख्यमंत्रियों ने बढ़ाने की अपील की थी। हालांकि अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने 20 अप्रैल की तारीख का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल से हर जिले और कस्बे को परखा जाएगा और हो सकता है इसके बाद से लोगों को कुछ छूट मिल सके।

पीएम ने कहा कि 20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को परखा जाएगा कि वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है, उस क्षेत्र ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है। जो क्षेत्र इसमें पास हो जाएंगे और जो हॉटस्पाट में नहीं होंगे वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है।

कैसे मिलेगी छूट?

अब अगर आपको ये लग रहा है कि आपके इलाके में एक भी केस नहीं मिलने पर छूट दी जाएगी, तो आप कुछ हद तक सही हैं। पीएम मोदी ने कहा कि जिलों, थानों और कस्बों को बारीकी से परखा जाएगा और ये देखा जाएगा कि वहां पर लोग लॉकडाउन का कितना पालन कर रहे हैं। अगर लॉकडाउन का सही तरीके से पालन होता है तो आपके इलाके में नया केस आना भी संभव नहीं है। तो उन्हें छूट दी जा सकती है।

Read More :-भारतीय मीडिया की चपेट में आया कोरोना वायरस, इलाज के लिए दर-बदर भटका

एक गलती और छिन जाएगी आजादी

भले ही 20 अप्रैल के बाद कुछ इलाकों या कुछ जिलों में लॉकडाउन के नियमो में बदलाव हो जाए, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि यहां के लोगों को लापरवाही से इधर-उधर जाने की इजाजत होगी। इस छूट को बड़ी सावधानी से लेना होगा। यानी कि जिस इलाके में छूट दी गई है, वहां पर किसी भी तरह की लापरवाही का मामला आया तो ये छूट छीन ली जाएगी। हालांकि पीएम ने ये नियम गरीबों और बेरोजगार लोगों को राहत देने के लिए बनाया है। इसका मतलब अगर इलाके में सब ठीक रहता है तो छोटा मोटा काम कर अपना पेट पालने वाले लोगों को बाहर निकलने की इजाजत मिल सकती है।

इसे आप कुछ इस तरह से समझ सकते हैं कि पूरे देश में में लॉकडाउन है। लेकिन कई जिले ऐसे हैं जहां पर कोरोना के काफी ज्यादा केस हैं। ये इलाके हॉटस्पॉट कहलाए जाएंगे। ऐसी सभी जगहों को या तो सील कर दिया गया है या फिर कंटेनमेंट जोन में बदल दिया गया है। जिसका मतलब हुआ कि इन इलाकों के लोग जरूरी सामान के लिए भी घर से बाहर नहीं जा सकते हैं। जबकि जो क्षेत्र हॉटस्पॉट में शामिल नहीं हैं वहां पर जरूरी सामान के लिए बाहर निकल सकते हैं। ठीक इसी तरह देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच उन इलाकों को राहत मिलेगी, जहां कोरोना का एक भी केस नहीं हैं और आने की संभावना भी कम है।

हॉटस्पॉट्स को लेकर बरतनी होगी सावधानी

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में हॉटस्पॉट्स का जिक्र करते हुए कहा कि इन जगहों पर हमें खास ध्यान देना होगा। पीएम ने कहा कि 3 मई तक हम सभी को, हर देशवासी को लॉकडाउन में ही रहना होगा। इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना है, जैसे हम करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें अधिक संवेदनशील स्थानों को लेकर बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी। जिन स्थानों के हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका है, उन पर भी हमें कड़ी नजर रखनी होगी। नए हॉटस्पॉट का बनना, हमारे लिए और चुनौती खड़ी करेगा।

Taranjeet

Taranjeet

A writer, poet, artist, anchor and journalist.