जब भी कोई पार्टी एक बड़ी जीत हासिल करती है तो कार्यकर्ताओं और जनता को संबोधित करने पार्टी अध्यक्ष आता है तो वो काफी आक्रामक होता है। वो जीतने के बाद अपनी जीत से ज्यादा हारी हुई पार्टी पर निशाना साधता है। उनकी खामियों को गिनवाने का काम करता है। लेकिन अरविंद केजरीवाल इन सबसे अलग ही नजर आए, कहने को तो वो एक प्रचंड जीत हासिल करने में सफल हुए और तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। लेकिन उनका अंदाज बाकी पार्टी अध्यक्ष से काफी अलग था। दिल्ली चुनाव के नतीजे आने के बाद आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता का शुक्रिया किया, सभी कार्यकर्ताओं का आभार जताया और साथ में बजरंगबलि का भी शुक्रिया किया। अरविंद केजरीवाल ने सबसे पहली बात कही वो ये थी कि ‘दिल्लीवालों आपने तो गजब कर दिया, आई लव यू’ इसके आगे उन्होंने जोड़ा कि ये देश की राजनीति का एक नया दिन है। पहली बार काम के नाम पर वोट मांगे गए और काम के नाम पर ही वोट मिले, तो ये काम की जीत है। दिल्ली में पिछले पांच साल में जो पानी-बिजली-स्वास्थ्य-शिक्षा में बेहतरीन बदलाव आया है ये उसकी जीत है। दिल्ली वालों ने अपने बेटे में भरोसा दिखाया ये उस भरोसे की जीत है।
उन्होंने अपने छोटे से सम्बोधन में किसी भी पार्टी के खिलाफ कुछ नहीं बोला। उन्होंने उस आतंकवादी वाली बात का भी जिक्र नहीं किया जो टैग उन्हें हाल ही के दिनों में भाजपा की तरफ से मिला था। जब सबको लगा कि अब उनका भाषण खत्म हो गया है तो उन्होंने सबसे प्यारी बात कही। केजरीवाल ने कहा कि, ‘आज मेरी पत्नी का जन्मदिन भी है!’ और ये था भारत की राजनीति का एक नया और खूबसूरत पहलू। फिर मुस्कुरा कर पत्नी की तरफ देखा और कुछ देर चुप खड़े रहे। उस वक्त वो मंच को पूरी तरह से अपनी पत्नी को समर्पित कर चुके थे। वहीं नीचे से मुबारकबाद दी जा रही थी, जिस पर उनकी पत्नी सभी का अभिवादन कर रही थी।
अरविंद केजरीवाल शायद देश के ऐसे पहले नेता हैं जिन्होंने इतने बड़े मंच से यूं खुलकर अपनी पत्नी के लिए कोई बात कही हो। उनके साथ के लिए सबके सामने उन्हें धन्यवाद कहा हो। नहीं तो राजनेता अपनी जीत का श्रेय देने में घर की स्त्रियों को भुल जाते हैं। कुछ नेता ऐसे भी हैं जो ऐसे क्षणों में मां को याद कर लेते हैं मगर उनकी पत्नी कहीं पीछे रह जाती है। लेकिन शायद यही बातें अरविंद केजरीवाल को बाकी नेताओं से अलग बनाती हैं और वो दिल्ली वालों के दिल पर राज करते हैं। केजरीवाल को आम आदमी का राजनेता उनका ये सरल स्वभाव भी बनाता है। उनमें लोगों को अपने जैसा एक आम सा शख्स नजर आता है, जो उनके जैसे ही रहता है। एक साधारण सा स्वेटर और सर्दी ज्यादा होने पर मफलर पहन लेता है। जो अपनी खांसी छिपाता नहीं है बदलते मौसम में बीमार होता और सर्दी जुकाम से परेशान भी होता है। अपनी डायबिटिज के बारे में खुले आम बात करता है।
सम्मान से बात करता हुआ एक सभ्य सा बंदा दिखता है। जो किसी को बेफिजूल में ललकारता नहीं है। इसलिए पब्लिक उन्हें खुद से जोड़ कर देखती है और यही कारण है कि वो तीसरी बार दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने के लिए पूरी तरह से तैयार है। आज पत्नी के लिए यूं अपने जज्बात सबके सामने जाहिर कर उन्होंने आम लोगों के बीच में अपनी पारिवारिक छवि को और भी मजबूत कर लिया है। उम्मीद है कि दिल्ली आने वाले पांच सालों में खूब तरक्की करेगी और जनता ने जो यकीन दिखाया है केजरीवाल उसे निभाएंगे।