मुंबई: पहले तो एक बात जान लीजिए कि “लाल कप्तान” नाम की एक फिल्म आई थी. फिल्म तैमूर के पापा यानी सैफ अली खान की थी. कब आई कब गई पता नहीं चला. फिल्म के घटिया प्रदर्शन पर तैमूर ने बाप को फटकार लगाते हुए कहा कि मेरी बेज्जती करवा दी. इससे अच्छा मुझे ले लेते तो सही रहता.
तैमूर को अधिक गुस्सा उस समय आया जब उसे पता चला कि फिल्म का प्रीमियर भी उसके नाम पर रखा गया था. सैफू भाई ने दिमाग चलाया और बोले कि प्रीमियर में तैमूर आ रहा है और फिल्म में भी थोडा सा है. सभी स्टार्स प्रीमियर देखने पहुचे लेकिन तैमूर नहीं दिखा. इसी बीच तैमूर ने भी प्रीमियर में हल्ला काट दिया. बोले भाईसाब ये किस लाइन में आ गए आप. ये फिल्म है कोई. मुझे घर जाना है नहीं देखना मुझे. इससे अच्छा तो मैं नोबिता को देख लूँगा घर जाकर. पैर पटकते हुए तैमूर ने कहा कि “तुमने मेरी बेज्जती करवा ली. कम से कम इस बात का ध्यान तो रखते कि आप नहीं तो कम से कम आपका बेटा सुपरस्टार है और उसके लिए सही काम करूं. तुतलाते हुए तैमूर ने कहा कि “मुधे अभी ते अभी घल जाना हैं, मैं नहीं देथ सतता बाप की इतनी बेज्जती”. फिर तैमूर जैसे ही प्रीमियर से निकला सभी एक-एक करके चले गए. बोले हमें तो सैफ के टैलेंट पर भरोसा था कि वो कुछ नहीं करने वाला लेकिन तैमूर के चक्कर में आ गए भाईसाब. करण जौहर ने कहा कि “मैं तो इसलिए आया था की तैमूर से उसके बॉलीवुड डेब्यू के बारे में बात कर लूँगा. लगे हाथ स्क्रिप्ट सुना दूंगा और काम हो जाएगा लेकिन सैफ की घटिया फिल्म देखकर वो भी चला गया”.
तैमूर ने घर जाकर सैफ की और अधिक क्लास लगाई. वासेपुर के मंत्री रामाधीर सिंह का डायलाग बोलते हुए तैमूर ने कहा कि “कितना, और कितना बेटे को बेइज्जत करवाओगे आप. कितनी बार कहा फ़िल्में बंद कर दो. ठीक-ठाक वेब सीरीज मिल रही है उस पर कम करो घर उसी से चलाओ लेकिन मानना नहीं है. अचानक वाद-विवाद इतना अधिक बढ़ गया कि तैमूर ने सैफ को घर से निकाल दिया और उन्हें एक दिन वहीँ गुजारना पड़ा जहाँ पर लाल कप्तान की शूटिंग हुई थी. वहीँ पर खड़े होकर सैफ ने कसम खाई की आज के बाद भाईसाब तैमूर से पूछे बिना कोई फिलिम नहीं करने वाला हूँ.
हालाँकि इन सभी विवादों के बीच करीना आईं और उन्होंने मुद्दे को सुलझाया. बोली बेटा हमारी तो आदत हो गई है. तुम कितनी बार दुःख मनाओगे हम तो दसियों साल से ऐसा शोक मना रहे हैं.