UP Election 2022 से पहले, बसपा की प्रमुख मायावती (Mayawati) एक बड़ा दांव खेलने वाली है। दरअसल उत्तर प्रदेश में मायावती ने एक बार फिर ब्राह्मणों को साधने में जुट गई है। हालाँकि ये सब इसलिए ताकि वो ब्राह्मण समाज (Brahmin society) को अपनी तरफ कर सके और उनको जागरूक करने के वो लिए 23 जुलाई को अयोध्या से एक अभियान शुरू किया जा रहा है।
मायावती ने यह कहा है ‘मुझे पूरा भरोसा है कि अब ब्राह्मण समाज के लोग भाजपा (BJP) के किसी के बहकावे में नहीं आएंगे। मुझे पूरी उम्मीद है कि ब्राह्मण अगले UP विधानसभा चुनाव में बीजेपी को वोट नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज को फिर से जागरूक करने के लिए 23 जुलाई से अयोध्या से एक अभियान शुरू किया जा रहा है।
I’m very hopeful that Brahmins will not vote for BJP in next Assembly polls. A campaign in leadership of BSP Gen Secy SC Mishra will be launched from Ayodhya on July 23 to connect with Brahmin community&assure them that their interests are safe in BSP rule only:BSP chief Mayawati pic.twitter.com/4rEEW7RRq5
— ANI UP (@ANINewsUP) July 18, 2021
मायावती ने ये भी कहा है कि किसानों की मांगों के संसद में केंद्र पर हर तरह का दबाव डालना जरूरी है। Central Government की गलत आर्थिक और अन्य नीतियों की वजह से देश में बढ़ती बेरोजगारी के बीच महंगाई के आसमान छू रही है इससे लोगों के सामने काफी मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। उन्होंने कहा विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए और केंद्र सरकार को जवाबदेह ठहराना चाहिए। 3 कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के प्रति सरकार की उदासीनता बेहद दुखद है। बसपा सांसद ईंधन और रसोई गैस की कीमतों, मुद्रास्फीति और COVID टीकाकरण से संबंधित मामलों को संसद में उठाएंगे।