नई दिल्ली: बीते कई सालों में एक बात हुई है गुरु. देखने को मिला है कि बिग बॉस में अब उतना मजा नहीं रहा क्योकि असली मजा अब न्यूज़ चैनलों में आने लगा है. और ये मजा इसीलिए आया कि बीजेपी और कांग्रेस समेत कई बड़े प्रवक्ता जो वर्तमान में कॉमेडियन का काम कर रहे हैं वो सब टीवी पर हैं. तो मान लीजिए अगर इनकी एंट्री बिग बॉस में हो जाए तो क्या होगा. ऐसे बनेगा माहौल-
पूरा नाम डॉक्टर संबित पात्रा और काम विपक्ष को किसी भी तरह से चुप कराना. मान लीजिए की पात्रा जी बिग बॉस के घर में प्रवेश करते हैं और आवाज आती है “डॉक्टर पात्रा बिग बॉस के घर में आपका स्वागत है”. तभी पात्रा बोल उठेंगे “कोई आरती की थाली लाओ रे, जल्दी लाओ”. इतना कहकर रुके ही थे कि बिग बॉस ने पात्रा को घर ने नियम समझाने शुरू कर दिए. उन्हें बताया जाने लगा कि आप क्या-क्या नहीं कर सकते हैं. जैसे कि आप जल्दी उठेंगे तो तभी पात्रा जी बोले “अच्छा तो एक हिन्दू अब चैन से सो भी नहीं सकता है. इतना अत्याचार एक हिन्दू के साथ. ये सब कांग्रेस का किया धरा है. ये बिग बॉस सामने आओ तुम कांग्रेसी हो क्या”. पात्रा के सवालों से परेशान बिग बॉस खुद कुछ देर के लिए अपनी आवाज बंद कर लेता है. फिर शुरू होता है घर एक अंदर असली खेल. पात्रा जी को पार्टनर के रूप में दिया जाता है एक मुस्लिम प्रतिभागी. लेकिन तभी क्या ये जोर-जोर से चीखने की आवाजें किसकी आ रहीं हैं. ये कौन चिल्ला कौन रहा है क्या. जाकर देखा तो पात्रा कह रहे थे “घोड़े खोल ले मौलाना, ये सीजन तो एक हिन्दू ही जीतेगा, बैठा जा शिशुपाल बैठ और बोल की फाइनल तो हिन्दू ही जीतेगा”. खैर जैसे-तैसे ये शांत हुआ और सलमान खान के साथ सबकी बातचीत होने लगी. तभी पात्रा जी से ये सवाल पूछ लिया गया “कि बिग बॉस में आपको क्या पसंद है, कितने सालों से देख रहे हैं और क्या ख़ास बात है इसकी”. डॉक्टर पात्रा ने जवाब देते हुए कहा कि “देखिए मेरा मानना है कि साल 2014 से जब से मोदी जी कि सरकार केंद्र में आई है तब से बिग बॉस ने गजब तरक्की की है. माहौल अधिक बनता है और लोग अब आजाद हैं. कुछ भी बोल सकते हैं. तभी इतने में पीछे से आवाज आई की अरे डाक साब ये तो कई सालों से चल रहा है. तो पात्रा जी बोले अरे चल रहा है लेकिन दौड़ा तो साल 2014 से है. हालाँकि फिर कैसे भी संबित जी वहां रहे लेकिन मजा अभी बाकी है.
ये भाईसाब इतना ज्ञान लेकर जा रहे हैं कि बिग बॉस परेशान हो गया. रूल समझाते वक्त बिग बॉस ने कहा कि अगर आप जीत जाते हैं तो आपको पचास लाख रुपये मिलेंगे. तभी इन्होने बिग बॉस को रोककर कहाँ वो तो ठीक है पहले बताओं कि पचास लाख में कितने जीरो होते हैं. गुस्सा के मारे लाल हुए बिग बॉस ने कुछ कहना चाहा तभी बोल पड़े. बीजेपी प्रवक्ता तो नहीं हो जो जीरो नहीं पता. भैया तुम बस झूठ फैलाओ. अगर नेहरु ना होते तो टीवी ना आया होता और टीवी ना आया होता तो ये बिग बॉस नहीं आता समझे. तुम्हारे से बेहतर तो कॉमेडी हमारे राहुल बाबा करते हैं. तुम्हे धन्यवाद करना चाहिए सोनिया मैडम का कि उन्होंने राहुल बाबा को ये सब करने की छूट दी. अगर आज कांग्रेस नहीं होती ये बक-बक नहीं कर रहे होते. इतना सुनते ही बिग बॉस इसके बाद दिखा नहीं.
सपा की तरफ से स्वयं अकलेस भईया चले गए. घुसते ही बोले कि “ये सेट हमाए उत्तय पदेश में लगाना चाहिए”. खैर स्वागत हुआ और बोला गया कि अखिलेश जी ये घर के नियम हैं तो बोल पड़े कि “ये नियम बीजेपी वालों के लिए तो होंगे नहीं. मोदी जी ने बनाए होंगे ये नियम. नियम तो हमारी सरकार के समय उत्तय पदेश में था”. हम कह रहे हैं कि यहाँ बिग बॉस वाले भी लगता है बीजेपी से ही हैं”.
यहाँ पर स्वयं बहन मायावती चली गईं. जाते ही उन्होंने सबके नाम पूछने शुरू किए और कहा कि यहाँ कोई जाति विशेष का आदमी नहीं है. ये तो भेदभाव है. हम चुनावों में ये मुद्दा उठाएंगे और फिर जब हार जायेंगे तो जिस पार्टी के खिलाफ आग उगल रहे थे उससे मिलकर सरकार बनायेंगे और इन्हें उनका हक़ दिलाएंगे. और यहाँ आर हमारी मूर्ती क्यों नहीं हैं. तत्काल हमारी मूर्ति लगवाई जाए. बिग बॉस बोले ये आपका घर नहीं आप यहाँ से चली जाएं. तो बहन जी ने कहा कि अब इसे हम खाली नहीं कर रहे.
इस पार्टी से तो स्वयं महाराजाधिराज केजरीवाल पहुचें. और पहुचें भी तो सीधे साइकिल से बोले एक तो ओड-इवन चल रहा है दूसरे बराबर चंदा नहीं मिला. पहुचते ही बोले एक आम आदमी के लिए यहाँ शिकंजी नहीं है जी. क्यों नहीं है. बिग बॉस बोले की आपका घर में स्वागत है. तो सरजी बोले कि स्वागत तो ठीक है लेकिन चंदा देना पड़ेगा बिग बॉस चाहे जितना भी दीजिए. और ये यहाँ बीजेपी के प्रवक्ता पहले से मौजूद हैं. सब समझ गया जी कोई भी अच्छा परफॉर्म करे आप जिताएंगे बीजेपी वाले को ही. मैं इसके खिलाफ धरने पर बैठूँगा और इसका विरोध करूंगा.
ये सब साथ आए तभी कुछ ऐसा हुआ कि कोई सोच नहीं सकता था. अचानक से कुछ चैनलों के एकंर आ पहुचे और बोले “आप देख रहे हैं नंबर वन डिबेट जहाँ सभी पार्टियों के प्रवक्ता मौजूद हैं”. ये सुनते ही बिग बॉस रवाना हुआ और आज वो जगह न्यूज़ चैनलों के नाम से जानी जाती है.