TaazaTadka

पहली बार माँ बनते समय ,इन बातो का रखे ख्याल

एक महिला का जीवन तभी पूर्ण माना जाता है ,जब वो माँ बनती है। किसी भी महिला के लिए पहली बार माँ बनना बहुत चुनौतीपूर्ण और एक्ससिटेमेंट से भरपूर होता है। जैसे ही कोई महिला गर्भधारण करती है ,उसके शरीर में बदलाव सुरु हो जाते है। इसलिए भी ऐसे समय पर बहुत ध्यान देने की जरुरत होती है। खासकरके जो पहली बार माँ बनने जा रही हो ,उनको तो बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है।

महिला को सभी चीजो जैसे, ये सावधानियाँ खान-पान, रहन-सहन, चलना-फिरना, सेक्स आदि के तरीकों में बदलाव करना पड़ता है| क्योंकि गर्भावस्था में महिला द्वारा किये गए हर काम का सीधा प्रभाव शिशु पर जाता हैं| इसलिए हमेसा बड़ो और डॉक्टर का सलाह लेते रहना चाहिए।

जैसे ही कोई महिला प्रेग्नेंट होती है ,उसे अपने होने वाले शिशु के साथ -साथ अपने स्वस्थ्य का भी ध्यान देना चाहिए। क्युकी आप के स्वस्थ्य से ही होने वाले बच्चे का भी स्वास्थ्य जुड़ा हुआ है। आइये जानते है की हमे क्या -क्या नहीं करना चाहिए

1 . ज्यादा मेहनत से बचना – ऐसी स्थिति में महिलाओ को ज्यादा मेहनत से बचना चाहिए। बहुत ज्यादा भारी वजन नहीं उठाना चाहिए।

2 . संतुलित आहार – इस दौरान संतुलित आहार लेना बहुत जरुरी होता है। गर्भधारण के दौरान निर्धारित मात्रा में कैलोरी और और पौस्टिक आहार लेना बहुत जरुरी होता है। जैसे अनाज ,सब्जिया ,फल ,बिना फैट वाला मीट और मलाई रहित दूध आदि।

3 . ध्रूमपान एवं शराब से बचना चाहिए – गर्भधारण के दौरान हमे  धुम्रपान या  शराब पीने से बचना चाहिए। ऐसा करने से  आपके होने वाले बच्‍चे को नुकसान पहुंचा सकता है और  इससे आपका बच्चा कमजोर पैदा हो सकता है। इस प्रकार की  आदत गर्भपात की संभावना को भी बढ़ा देती है। इसी तरह शराब पीने वाली महिलाओं के लिए भ्रूण संबंधी अनियमित लक्षणों का विकास होता है।

4 . नियमित चेक अप –

अगर बार मां बनने जा रही हैं तो ब्‍लड टेस्‍ट अवश्‍य करना चाहिए , क्‍योंकि अगर मां के खून में आरएच फैक्‍टर निगेटिव होगा  और पिता का आरएच फैक्‍टर पॉजिटिव होगा  तो ऐसे में बच्‍चे को गर्भ में ही पीलिया होने की संभावना बढ़ जाती है।

गर्भधारण के नौ महिनों के दौरान महिलाएं बहुत तरह के बदलाव का अनुभव करती हैं।  जैसे योनि में खून आना, सुजन, सिरदर्द, गांठ, शरीर के तापमान का बढ़ना, उल्टी एवं अन्य समस्याएं  आदि। अगर यह समस्याएं लम्बे समय तक किसी भी महिला को हो तो उन्हें तुरंत किसी गाइनीकोलाजिस्ट से संपर्क करना चाहिए।

तो इस प्रकार कोई भी महिला जो पहली बार माँ बनने जा रही तो ,उन्हें इस प्रकार की छोटी लेकिन जरुरी बातो का ध्यान रखना चाहिए। और हमेसा अपने बड़ो के सम्पर्क में रहना चाहिए। साथ ही  अपने डॉक्टर्स को जरूर फॉलो करे।