इस वक्त देश भर में सबसे गर्म जोशी से दिल्ली के एमसीडी इलेक्शन्स को देखा जा रहा है. पंजाब में एक अप्रत्याशित हार के बाद अब सबकी नज़रें आम आदमी पार्टी की तरफ हैं क्योंकि माना जा रहा है की अगर दिल्ली एमसीडी(म्युनिसिपल कॉर्पोरशन, दिल्ली) इलेक्शन्स में आप कमजोर पड़ जाती है तो इसका सीधा असर 2019 के लोक सभा चुनाव पर पड़ सकता है.
हाल ही में एक सर्वे कराया गया जहाँ हर वार्ड के अलग अलग उम्र, व्यवसाय, लिंग इत्यादि को ध्यान में रखकर इस बात को समझने की कोशिश की गयी है कि दिल्ली एमसीडी इलेक्शन कौन जीत रहा है. इंडिया ट्रेंडिंग नाउ के एक रिपोर्ट के अनुसार एमसीडी इलेक्शन के इस ओपिनियन पोल में ये बात साफ़ होती दिख रही है की दिल्ली में फिर से आम आदमी पार्टी जीत संभव है. हालांकि आम आदमी पार्टी पहली बार एमसीडी के चुनाव में उतरी है पर उसके कामों को देखते लोगों ने एमसीडी में भी आप को पसंद किया है ऐसा लगता है.
आपको बता दें की दिल्ली के एमसीडी में कुल 272 सीटें हैं जिनमे अभी तक बीजेपी और कांग्रेस की लड़ाई हुआ करती थी पर इस आम आदमी पार्टी के चुनाव में उतरने से लड़ाई एक तरफ़ा हो गयी है. ओपिनिओ पोल के अनुसार आम आदमी पार्टी को कुल 176 सीटें जीतने का अनुमान है, वहीँ भारतीय जनता पार्टी को 59 और कांग्रेस को मात्र 33 सीटें मिलने का अनुमान है. स्वराज इंडिया और अन्य पार्टी के खाते में ४ सीटें जा सकती हैं.
अगर इस ओपिनियन पोल की मानें तो एक बात तो सीधे सीधे खुल कर सामने आई है और वो ये है की भले की आम आदमी पार्टी पिछले असेंबली इलेक्शन में पंजाब और गोवा में पीछे रही हो पर जहा ज्यादातर इलेक्शन्स में एंटी-इन्कम्बंसी के अनुमान लगाए जाते हैं, वहीँ आम आदमी पार्टी के एमसीडी में अपनी पकड़ बनाने से उसके प्रति लोगों का भरोसा दिखने लगा है|
ये कहना गलत नहीं होगा आम आदमी पार्टी और अरविन्द केजरीवाल पर सीधे इतने व्यंग्यक हमलों के बाद भी अपने काम में लगी रही है जिसको जनता ने सर आँखों पर लेते हुए एमसीडी में भी आप को जीताने का मन बना लिया है.
खैर, ये तो हैं ओपिनियन पोल की बात और ओपिनियन पोल हर बार सही नहीं होते और ऐसा कई बार हुआ हैं जब नतीजे ओपिनियन पोल से हटकर आये हैं. बीजेपी के दिल्ली अध्यक्ष मनोज तिवारी की माने तो बीजेपी पूर्ण बहुमत से एमसीडी इलेक्शन को जीत रही है. सबकी आँखें इन दोनों पार्टियों पर ही टिकी हुयी हैं. देखते हैं इस बार बाजी कौन मारता हैं.