यूपी चुनाव में हुई बीजेपी की जीत के ठीक बाद ही आयोध्या विवाद फिर से गरमा गया है| राम -मंदिर और बाबरी मस्ज़िद के मुद्दे को लेके हिन्दू-मुस्लमान संगठन आपस में पिछले १२६ साल से लड़ते रहे हैं, लेकिन इस विवाद का अभी तक कोई स्थायी हल नहीं निकल पाया|
हालांकि हाल ही में राम- मंदिर के पक्षकार शुभ्रमण्यम स्वामी द्वारा दायर याचिका में सुनवाई करते हुए कल सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया है कि “अयोध्या विवाद काफी भावनात्मक और संवेदनशील है और इसलिए कोर्ट चाहती है कि इस विवाद के सभी पक्ष एक साथ मिलकर बैठ कर सर्वसम्मति से एक निर्णय ले यदि जरुरत होगा तो सुप्रीम कोर्ट इसमें मध्यस्थ की भूमिका निभा सकता है “
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आते ही हमेशा तेज तर्रार पेशी में रहने वाले योगी आदित्यनाथ जो की अब यूपी के मुख्यमंत्री बन चुके हैं उन्होंने इस बार बड़े ही शान्ति से सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का सम्मानपूर्वक स्वागत किया है|