कोई धर्म की राजनीति तो कोई जाति की राजनीति लेकिन मौजूदा ओपिनियन पोल कहता है कि यू०पी० चुनाव २०१७ में युवा वर्ग पूरी तरह अखिलेश यादव को समर्थन देने में लगा
जैसा की हम सभी जानते हैं की उत्तर प्रदेश भारत की ऐसी धरती है जिसने अकेले भारत को सबसे ज्यादा नेता और प्रधानमंत्री दिए | भारत की राजनीती असल में उत्तर प्रदेश से ही शुरू होती है |
उत्तर प्रदेश में ही कुल ४२६ सीटें हैं जो बाकी के किसी भी राज्य की सीटों से बहुत ज्यादा है |
विधानसभा चुनाव नज़दीक है , और सभी पार्टी के राजनेता लोगों को अपने अपने हिसाब से लुभाने में लगे हुए हैं| कोई धर्म की राजनीति तो कोई जाति की राजनीति लेकिन मौजूदा ओपिनियन पोल कहता है कि उत्तर प्रदेश में जहाँ सबसे ज्यादा जनसँख्या धनत्व युवा वर्ग का है वो पूरी तरह से युवा नेता अखिलेश यादव को समर्थन देने में लगे हैं |
अलग अलग युवा वर्ग से बात करने पर ये कारण सामने आये हैं , आप भी गौर करें;
१. अखिलेश यादव युवा हैं इसलिए वो युवाओं की सोच को बेहतर समझ सकते हैं|लैपटॉप वितरण के अलावा डायल १०० और एम्बुलेंस सेवा से युवाओं को खुद से जोड़ने अखिलेश यादव पूरी तरह से सफल हुए हैं |
२. समाजवादी पार्टी पूरी तरह से धर्म की राजनीति से परे है , जहाँ एक ओर अखिलेश यादव ने आयोध्या में सरयू नदी के किनारे रामलीला थीम पार्क को मंजूरी दी वही लखनऊ में शान-ए-अवध मुसलमानों की शान है|
३. खुद पिता मुलायम सिंह यादव द्वारा युथ ब्रिगेड को हटाने से नाराज अखिलेश यादव ने बगावत कर डाला इससे उनका युवाओं के प्रति सम्मान और उनकी सोच के प्रति निष्ठा साफ़ दिखाई देती है|
४. टिकट वितरण करते समय खुद अखिलेश यादव ने इस बात का ध्यान रखा है कि किसी भी दागी को टिकट ना दिया जाए और युवा वर्ग को ज्यादा से ज्यादा काम करने का अवसर मिले|
५. उत्तर प्रदेश भाजपा का एक बड़ा गढ़ माने जाने के बावजूद भाजपा ने अभी तक अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम तक से नहीं उजागर किया है , वहीँ सोशल मीडिया पर हिंदुत्व चेहरा योगी आदित्यनाथ के प्रचार अभियान में लोग इस तरह से लगे हुए हैं कि उम्मीद है योगी जी ही मुख्यमंत्री उम्मीदवार होंगे | आपको बता दे कि , राजनाथ सिंह , जो की एक बड़ा चेहरा माने जा रहे थे उन्होंने पूरी तरीके से इस बात को नकार दिया है की वो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं|
६. जिस उत्तर प्रदेश को गुंडाराज से बचाने की बात भारतीय जनता पार्टी कर रही है , उसके खुद के मंत्री ही नहीं बल्कि खुद स्टार प्रचारक अपराधियों की लिस्ट में सबसे आगे हैं , उदाहरण के तौर पर खुद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े चेहरे के रूप में प्रचारित योगी आदित्यनाथ | ऐसे में युवा वर्ग का साफ़ कहना है कि जिसके लीडर ही ऐसे हों वो हमको गुंडाराज से क्या बचाएंगे ?
७. अखिलेश यादव पर अभी तक कोई भी भ्रस्टाचार का आरोप नहीं लगा है ये युवाओं को लुभाने का एक सबसे बड़ा कारण है|