अक्षत नाम के एक व्यक्ति और १२ और लोगों ने जो की १ साल पहले तक खुद हिन्दू युवा वाहिनी के राष्ट्रीय कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा था सुप्रीम कोर्ट में बीते
योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद ही नहीं बल्कि पहले से भी लोग इनके विरोध में बातें करने लगे थे | योगी आदित्यनाथ के द्वारा गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश में दंगे करवाने के आरोप लगते रहे हैं|
हालांकि चार्ज शीट दाखिल होने के बाद भी ठोस सबूत नही होने की वजह से आज तक इन पर एक्शन नही लिया गया था|
किन्तु अब अक्षत नाम के एक व्यक्ति ने जो की १ साल पहले तक खुद हिन्दू युवा वाहिनी के राष्ट्रीय कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा था|
उसने और १२ और लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में बीते शुक्रवार को एक याचिका दाखिल की है जिसमे उसने बताया है कि योगी आदित्यनाथ ने ही मुम्बई- गोरखपुर गोदाम एक्सप्रेस को जलाने का आदेश दिए थे इस बाबत उनलोगों के पास एक नही बल्कि कुल ८ विडियो क्लिप्स हैं |
ज्ञात हो कि, योगी आदित्यनाथ पर इस दंगे के अलावा भी अन्य कई दंगों और ह्त्या के आरोप पहले भी लग चुके हैं जो आज तक साबित नही हो पाए हैं|
3 बेंच के सुप्रीम कोर्ट से फिलहाल ये याचिका किया गया है कि योगी आदित्यनाथ जो की वर्तमान समय में यूपी के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हैं उनको पेश किये गए सबूत के आधार पर इस पद से पूरी तरह से निष्काषित किया जाए |
हालाँकि सुप्रीम कोर्ट ने योगी के दोषी होने के बाबत अभी फैसला नही सुनाया है लेकिन जब तक फैसला ना आ जाए तब तक उनको इस पदवी से आपातकालीन स्थिति में त्यागपत्र पार्टी दफ्तर में और एक कॉपी सुप्रीम कोर्ट में सौपने को कहा है|
इतने जल्दी फिलहाल आनन् फानन में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद का नाम न्यायलय ने बीजेपी सरकार को सुधाया है | ताकि इस व्यवधान में यूपी की जनता को कोई दिक्कत ना आये|
बहरहाल इस विडियो क्लिप को देखने के बाद न्यायालय जिस भी सच या झूठ का समर्थन करे लेकिन हम आपको एक बात बता दें की अभी तक आपने जो कुछ भी पढ़ा उसमे एक रत्ती भी सच्चाई नही है | जी हाँ , हमने बना दिया है आपको अप्रैल फूल | यदि आप भी किसी और को अप्रैल फूल बनाना चाहते हैं तो जल्दी से इस खबर को दूसरों तक पहुचाएं आखिर कोर्ट फैसला ले भी तो क्या ?